रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कमाल कर दिया है। संगठन ने रिकॉर्ड 45 दिनों में फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम के लिए एक बहुमंजिला इमारत का निर्माण किया है। 7 मंजिला बिल्डिंग एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) प्रोजेक्ट के लिए लड़ाकू विमान और उड़ान नियंत्रण प्रणाली (FCS) के लिए एवियोनिक्स विकसित करने की सुविधाओं से लैस है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को इस इमारत का उद्घाटन किया।
इस तकनीक का किया इस्तेमाल
भारत अपनी वायु शक्ति क्षमता को बढ़ाने के लिए पांचवीं पीढ़ी के मध्यम लड़ाकू जेट को विकसित करने महत्वाकांक्षी एमसीए प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। डीआरडीओ भवन 1.3 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे इन-हाउस तकनीक का इस्तेमाल करके विकसित किया गया है।
इतनी है परियोजना की लागत
एक अधिकारी ने पीटीआई समाचार एजेंसी को बताया कि डीआरडीओ ने एडीई बेंगलुरु में पारंपरिक, प्री-इंजीनियर्ड और प्रीकास्ट मेथोडोलोग्य से युक्त हाइब्रिड तकनीक के साथ फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम के लिए एक बहुमंजिला इमारत का निर्माण पूरा कर लिया है। रिपोर्ट के अनुसार परियोजना की लागत करीब 15,000 करोड़ रुपए आंकी गई है।
1 फरवरी को शुरु हुआ निर्माण
प्रोजेक्ट की आधारशिला 22 नवंबर 2021 को रखी गई थी। वास्तविक निर्माण 1 फरवरी को शुरू हुआ था। परियोजना में शामिल अधिकारी ने दावा किया यह हाइब्रिड निर्माण तकनीक के साथ एक स्थायी सात मंजिला इमारत को पूरा करने का एक अनूठा रिकॉर्ड है।
आईआईटी रुड़की और मद्रास ने किया सहयोग
हाइब्रिड कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी में स्ट्रक्चरल फ्रेम के कॉलम और बीम एलिमेंट्स स्टील प्लेट्स से बनाते जाते हैं। बिल्डिंग में मानक राष्ट्रीय भवन कोड के अनुसार एयर कंडीशनिंग, इलेक्ट्रिकल और अग्नि सुरक्षा प्रणालियां हैं। अधिकारी ने कहा कि आईआईटी मद्रास और आईआईटी रुड़की ने डिजाइन की जांच और तकनीकी में सहायता प्रदान की है।
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