रूसी सेनाओं और यूक्रेन (Ukraine) के बीच घमासान जंग जारी है। इस बीच NATO देशों के युद्ध में दखल दिये जाने की आशंका को लेकर रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा कदम उठाते हुए अपने रूसी परमाणु निवारण फोर्स (Nuclear Deterrence Force) को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है। यानी पुतिन ने सीधे तौर पर विश्व समुदाय को चेतावनी दी है कि अगर किसी ने यूक्रेन मामले में दखल दी, तो वो परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से भी पीछे नहीं हटेंगे। विश्व इतिहास में पिछले कई दशकों से ये पहला मौका है, जब किसी देश ने खुले तौर पर परमाणु हमले की धमकी दी हो। यूक्रेन पर हमले से पहले भी व्लादिमीर पुतिन ने दुनिया के सभी देशों को धमकी दी थी कि यदि उन्होंने दखल देने का प्रयास किया तो ये जंग परमाणु युद्ध में बदल सकता है।
अगर रूसी सेना पर यूक्रेन के बाहर की ताकतों की ओर से हमला किया जाता है, तो रूस परमाणु हथियारों की तैनाती कर सकता है। रूस के राष्ट्रपति ने हमले के बाद अपने भाषण में साफ चेतावनी दी थी - ‘किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि हमारे देश पर सीधा हमला किसी भी संभावित हमलावर के लिए विनाश और भयानक परिणाम का कारण बनेगा.’
पीएम मोदी ने बुलाई बैठक
यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के दौरे को बीच में ही छोड़ दिया है। दिल्ली पहुंचते ही वह यूक्रेन संकट पर हाई लेवल मीटिंग करेंगे। बता दें कि दोनों देशों के बीच पिछले चार दिनों से जंग जारी है। अभी भी भारत के करीब 15000 छात्र और नागरिक यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि हमने अपने मास्को दूतावास से लोगों की एक टीम को वहां भेजा है ताकि उस क्षेत्र की मैपिंग हो जाए और ट्रांसपोर्ट का, खाने का, रहने का इंतजाम किया जाए। उन्होंने कहा भारत सरकार ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा चलाया है। 4 हज़ार लोग पहले ही निकाल लिये गये थे। अब पड़ोसी देशों के ज़रिये लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि बॉर्डर पर हमारे विदेश मंत्रालय के अधिकारी मौजूद हैं। बॉर्डर के आस-पास लोगों के ठहरने के लिए कुछ शेल्टर भी तैयार किए गए हैं। हमारी कोशिश है कि सभी को जल्द से जल्द निकाला जा सके।
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