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मध्य प्रदेश के चंबल, सागर संभाग समेत कई जिलों में रविवार को भी बारिश की संभावना

 भोपाल । मध्य प्रदेश में एक सप्ताह के बाद एक बार फिर बारिश को लेकर अलर्ट की स्थिति बनी है। राजस्थान में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण मध्य प्रदेश के चंबल और सागर संभाग समेत कई जिलों में शनिवार शाम को बारिश हुई और रविवार को भी इन्हीं क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। यह पहला मौका है जब ठंड के सीजन में कम दबाव का क्षेत्र बना है। इसके अलावा वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से ही पश्चिमी राजस्थान के मध्य में एक प्रेरित कम दबाव का क्षेत्र बना है।


ठंड में कम दबाव दुर्लभ घटना

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक प्रेरित कम दबाव का क्षेत्र बनना मौसम विज्ञान की दुर्लभ घटनाओं में से एक है। इन दो वेदर सिस्टम के असर से ग्वालियर, चंबल, सागर, भोपाल, इंदौर, रीवा, जबलपुर उज्जैन संभागों के जिलों में बारिश हो रही है। रविवार को भी बादल छाए रहने के साथ कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं।

रीवा में 5 मिलीमीटर बारिश हुई

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रीवा में पांच, धार में तीन, रतलाम में तीन, खजुराहो में 2.2, शाजापुर में दो, नौगांव में दो, सतना में 0.6, ग्वालियर में 0.5, इंदौर में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई।

भोपाल का तापमान सामान्य से अधिक

भोपाल का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से एक डिग्री से. अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री से. रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से तीन डिग्री से. अधिक रहा। यह शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 11.3 डिग्री से. की तुलना में 2.2 डिग्री से. अधिक रहा। साहा के मुताबिक बादल छाने के कारण रात के तापमान में बढ़ोतरी हुई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि प्रेरित चक्रवात के रूप में कम दबाव का क्षेत्र बनने की घटना बहुत ही कम देखने में आती है। वर्तमान में पाकिस्तान और राजस्थान पर बने वेदर सिस्टम के कारण मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश हो रही है। रविवार को भी बादल बने रहने के साथ ही ग्वालियर, चंबल, रीवा, शहडोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने के आसार हैं। सोमवार से मौसम धीरे-धीरे साफ होने की संभावना है।

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