उज्जैन । माघ मास की तिल चतुर्थी पर शुक्रवार को शहर के गणपति मंदिरों में तिल महोत्सव मनाया गया। भगवान को तिल, गुड़ से बने पकवानों का भोग लगाकर महाआरती की गई। भक्तों को महाप्रसादी का वितरण हुआ। भगवान चिंतामन गणेश के शाही स्वरूप में दर्शन कर भक्त निहाल हो गए।
बड़ा गणेश, अविघ्न विनायक, सिद्धविनायक के दरबार में भी दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। चिंतामन गणेश मंदिर में तड़के चार बजे मंदिर के पट खुले और पुजारी शंकर गुरु के आचार्यत्व में एकादश ब्राह्मणों ने भगवान का पंचामृत अभिषेक किया। पुजारियों ने भगवान को शाही पगड़ी धारण कराकर पूर्णस्वरूप में श्रंगार किया।
तिल, गुड़ से बने 108 पकवान व 11 हजार लड्डुओं का महाभोग लगाकर आरती की गई। सुबह से देर रात तक दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। मंदिर प्रशासक अभिषेक शर्मा ने बताया कि महापर्व पर करीब 25 हजार भक्तों ने चिंतामन गणेश के दर्शन किए।
बड़े गणेश को सहस्त्र कमल व लड्डू अर्पित
महाकाल मंदिर के समीप स्थित बड़ा गणेश मंदिर में स्थापना दिवस के साथ तिल चतुर्थी मनाई गई। ज्योतिर्विद पं.आनंदशंकर व्यास के सान्निध्य में पुजारियों ने भगवान का अभिषेक-पूजन कर गणपति सहस्त्रनामावली से भगवान को एक हजार कमल तथा लड्डू अर्पित किए। आश्रम के वेदपाठी बटुकों द्वारा व्याधि निवारण के लिए गणपति अथर्वशीर्ष के चार हजार पाठ किए। भक्तों को महाप्रसादी का वितरण किया गया।
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