भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय तीन वेदर सिस्टम के असर से मध्यप्रदेश के विभिन्ना जिलों में बौछारें पड़ने का सिलसिला जारी है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर रहे हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौसम का मिजाज 11 जनवरी तक ऐसा ही बना रहने के आसार हैं। हालांकि रविवार से इंदौर, उज्जैन, भोपाल संभागों के जिलों में मौसम कुछ साफ होने लगेगा, लेकिन ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में बारिश की गतिविधियां तेज होंगी। उधर शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक पचमढ़ी में दो, खजुराहो में 1.2, नौगांव में एक मिलीमीटर बारिश हुई। सतना, गुना में बूंदाबांदी हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि शनिवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 25 डिग्रीसेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा। जो शुक्रवार के अधिकतम तापमान 21.9 डिग्रीसे. की तुलना में 3.1 डिग्रीसे. अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 15 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से चार डिग्रीसे. अधिक रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में पाकिस्तान के मध्य क्षेत्र में एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर दक्षिणी मप्र तक एक ट्रफ बना हुआ है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से बौछारें पड़ रही हैं। शुक्ला के मुताबिक अब भोपाल, उज्जैन, इंदौर, होशंगाबाद संभागों के जिलों में मौसम धीरे-धीरे साफ होने लगेगा। शेष संभागों में 11 जनवरी तक बादल बने रहने के साथ बौछारें पड़ती रह सकती हैं। उसके बाद मौसम साफ होने लगेगा।
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