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सीनियर अधिकारी द्वारा उज्जैन दुग्ध संघ में घी घोटाला

 उज्जैन । उज्जैन दुग्ध संघ में वित्तीय वर्ष अप्रैल 2020 से मार्च 2021 के हिसाब का मिलान करने पर घी की उत्पादन और जावक के रिकॉर्ड में अंतर मिलने पर उज्जैन दुग्ध संघ अधिकारियों द्वारा आंतरिक स्तर पर पूरे वर्ष के घी उत्पादन और जावक की पड़ताल की गई । एक साल का हिसाब मिलाने पर लगभग 30 लाख का घी घोटाला उजागर हुआ हैं। संघ के भोपाल मुख्यालय ने जांच के बाद गड़बड़ी की पुष्टि होने पर दो सीनियर अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। 

भोपाल मुख्यालय से वरिष्ठ अधिकारियों की टीम यहां जांच करने पहुंची । टीम ने प्रोडक्ट स्टॉक से जुड़े दस्तावेजों और भौतिक सत्यापन के आधार पर प्रारंभिक तौर पर उक्त अवधि में करीब 30 लाख रुपए कीमत का घी गायब होना पाया। टीम की इस जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन ने उज्जैन दुग्ध संघ में उस समय पदस्थ रहे दो संयंत्र संचालन के महाप्रबंधक बीके मौर्य व अनुज कुमार (वर्तमान में दोनों इंदौर में पदस्थ) को निलंबित कर दिया है।



उज्जैन दुग्ध संघ से घी गायब होने की यह घटना पिछले वित्तीय वर्ष अप्रैल 2020 से मार्च 2021 के बीच की बताई गई है । सीईओ डीपी सिंह के अनुसार संघ के आंतरिक हिसाब-किताब को देखने पर घी को लेकर गड़बड़ी का खुलासा हुआ । मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जानकारी भोपाल मुख्यालय दी गई थी। दल ने दुग्ध संघ से पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान करीब 30 लाख रुपए कीमत का घी गायब होना पाया है। सुरक्षा एजेंसी के कर्मचारियों की मिलीभगत के बगैर प्लांट से कुछ भी बाहर जाना संभव नहीं हैं। ऐसे में लाखों रुपए के घी गायब होने में निजी सुरक्षा गार्डों की लिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता हैं।

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