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अंतरिक्ष यात्रा में रचा इतिहास, प्लेन के विंग से छोड़ा अंतरिक्षयान

 


अंतरिक्ष यात्रा को लेकर इंसान की उत्सुकता के कारण ही इस क्षेत्र में लगातार शोध हो रहे हैं। भविष्य में अंतरिक्ष यात्रा को सुरक्षित करने के लिए दुनियाभर में अंतरिक्ष एजेंसियां कई प्रयोग कर रही है। अंतरिक्ष में रॉकेट लॉचिंग एक जटिल प्रक्रिया होती है, लेकिन अब वर्जिन ऑर्बिट स्पेसशिप की सफल लांचिंग ने अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। 17 जनवरी यानि रविवार को वर्जिन ऑर्बिट नाम के स्पेसयान का सफल परीक्षण किया गया।अमेरिका के अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन इस प्रोजेक्ट पर लंबे समय से कार्य कर रहे थे। रिचर्ड ब्रैनसन की कंपनी वर्जिन गैलेक्टिन के वर्जिन ऑर्बिट मिशन के तहत रविवार को लांचर-1 को धरती की कक्षा में पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था, जो पूरी तरह से सफल रहा है।

रिचर्ड ब्रैनसन की कंपनी बीते चार-पांच साल से इस प्रोजक्ट पर काम कर रही है। वर्जिन गैलेक्टिक ने अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित मोजावे एयर एंड स्पेस पोर्ट से अपना स्पेसयान लांच किया। यह कंपनी भविष्य में लोगों को पृथ्वी की कक्षा की सैर कराने पर योजना बना रही है। बीते साल मई में भी कंपनी ने अपने स्पेसयान को ऑर्बिट में भेजा था, लेकिन बूस्टर में दिक्कत आने के कारण यह काम सफल नहीं हो सका था।

17 जनवरी को वर्जिन ऑर्बिट अंतरिक्षयान को एक कैरियर प्लेन कॉस्मिक गर्ल के नीचे लगातार रनवे से उड़ाया गया और धरती से करीब 35000 फीट की ऊंचाई पर ले जाया गया। फिर इस ऊंचाई पर पहुंचने के बाद वर्जि ऑर्बिट स्पेसशिप के प्लेन के अलग कर अंतरिक्ष में पृथ्वी की कक्षा की यात्रा के लिए रवाना कर दिया गया। यह लांचिंग बीते साल दिसंबर में हो जानी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे टाल दिया गया था।

अब कंपनी ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी दी है कि वर्जिन ऑर्बिट स्पेसशिप की लांचिंग पूरी तरह से सफल रही है। कंपनी ने कहा कि हमारे लांचर-1 ने तय कक्षा में पेलोड को पहुंचा दिया है। अब हम चाहते हैं कि शुरुआत में कुछ सैटेलाइट को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करवाएं, उसके बाद इंसानों को ले जाने का प्रबंध करेंगे।

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