भोपाल : मध्य प्रदेश का 'जलाभिषेकम्" स्थानीय नहीं बल्कि राष्ट्रीय महत्व का कार्यक्रम है। जल ही जीवन और जगत के अस्तित्व का आधार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों की आय दोगुना करने के संकल्प और आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के निर्माण में यह कार्यक्रम सहायक साबित होगा। यह बात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 57,653 जल संरचनाओं का लोकार्पण करते हुए कही। इस दौरान केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मध्य प्रदेश के नेतृत्व और प्रबंधन की तारीफ की। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक इंच अतिरिक्त भूमि डुबोए बगैर 95 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में सिंचाई होगी।
राजनाथ सिंह ने कहा कि जल संरचनाएं गांव, गरीब और किसान की बेहतरी में सहायक सिद्ध होंगी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) दुनिया की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक है। कोरोनाकाल में इसका महत्व और बढ़ा है। उन्होंने कृषि कानूनों को लेकर कहा कि इनसे आम किसानों को फसल का उचित मूल्य दिलाने का काम होगा। किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने की आजादी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक स्थानों पर जल संरचनाएं समाप्त हो रही थीं, उन्हें पुनर्जीवित करने का काम किया गया है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि जल संरचनाएं गांव, गरीब और किसान की बेहतरी में सहायक सिद्ध होंगी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) दुनिया की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक है। कोरोनाकाल में इसका महत्व और बढ़ा है। उन्होंने कृषि कानूनों को लेकर कहा कि इनसे आम किसानों को फसल का उचित मूल्य दिलाने का काम होगा। किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने की आजादी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक स्थानों पर जल संरचनाएं समाप्त हो रही थीं, उन्हें पुनर्जीवित करने का काम किया गया है।
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