नई दिल्ली ! कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने साफ कर दिया है हालिया
विधानसभा उपचुनाव जीतने वालों को ही मंत्री बनाया जाएगा, बाकी को
नहीं। इस महीने की शुरुआत में कर्नाटक की 15
विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे जिसमें बीजेपी को 12 सीटों
पर जीत मिली है। उपचुनाव के परिणाम के बाद से ही मंत्रिलंडल विस्तार और उसमें
फेरबदल को लेकर चर्चा हो रही थी।
लेकिन अब खुद मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने
साफ कर दिया है कि जगह उन्हीं को मिलेगी जो उपचुनाव जीत कर आए हैं। बीएस
येदियुरप्पा ने कहा कि मैं पहले ही यह साफ कर चुका हूं कि हालिया उपचुनाव जीतने
वालों को ही मंत्री बनाया जाएगा। दूसरों को मंत्री बनाने का सवाल ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं 21 या 22 दिसंबर को
दिल्ली जा रहा हूं और वहां इसको लेकर पार्टी हाईकमान से चर्चा करूंगा। उन्होंने
कहा कि मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण इस महीने के अंत होगा।
जुलाई में कांग्रेस के 14 और
जेडीएस के तीन विधायकों समेत कुल 17 विधायकों ने सदस्यता से इस्तीफा दे
दिया था और पार्टी भी छोड़ दी थी। विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य में एचडी
कुमारस्वामी की 14 महीने पुरानी सरकार गिर गई और बीजेपी की सत्ता
में वापसी का रास्ता साफ हो गया था।
विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य की 15
विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हुए। जिसमें से बीजेपी ने उन 'बागियों'
में से 13 को टिकट देकर मैदान में उतारा। इसमें 11
ने जीत हासिल की। जबकि दो लोग एएच विश्वनाथ को हुंसुर और एमटीबी नागराजु को
होस्कोटे विधानसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा।
बीएस येदियुरप्पा के इस बयान से यह स्पष्ट हो
गया है कि मंत्रिमंडल विस्तार में केवल विजेता विधायकों को ही शामिल होने की
संभावना है। राजनीतिक विश्लेषक एल मंजूनाथ नेकहा कि सीएम का बयान कोई आश्चर्य की
बात नहीं है। उन्हें 11 बागियों को मंत्री बनाने के अपने वादे को
निभाना होगा। इसमें दो हारे हुए नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है।
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