रामपुर : समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और रामपुर से एसपी-बीएसपी गठबंधन के उम्मीदवार आजम खान इन दिनों अपने बयानों के लिए चर्चा में हैं।
रामपुर से बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक बयान देकर 72 घंटों का बैन झेल चुके आजम पर चुनाव आयोग ने फिर से 48 घंटे का बैन लगाया है। इस बार उन पर निर्वाचन अधिकारियों को धमकाने और सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप है।
आजम पर यह बैन बुधवार सुबह 6 बजे से लागू होगा। इस दौरान वह कोई जनसभा, रैली या भाषणबाजी नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा इंटरव्यू या राजनीतिक बयान भी नहीं दे पाएंगे।
बता दें कि आजम ने रामपुर में प्रशासन पर पक्षपात करने और जबरन कम वोटिंग कराने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि एक समुदाय को वोट करने के लिए घर से बाहर ही नहीं निकलने दिया गया, यह प्रशासन की साजिश थी।
आजम खान ने पिछले हफ्ते रामपुर में आयोजित आंबेडकर जयंती समारोह में कहा था, 'यहां जिला प्रशासन ने लोगों को वोट नहीं देने जाने की धमकी दी। पूरे भारत में रामपुर अकेला ऐसा बदनसीब शहर है, जहां सिर्फ एक वर्ग के लोगों का वोट न पड़े इसके लिए उन पर कहर बरपाया गया, दुकानें तोड़ दी गईं और सामान लूट लिए गए।
रामपुर से एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन के प्रत्याशी आजम के बयान का संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना था और चुनाव आयोग को भी इस संबंध में एक रिपोर्ट भेजी थी।
रामपुर से बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक बयान देकर 72 घंटों का बैन झेल चुके आजम पर चुनाव आयोग ने फिर से 48 घंटे का बैन लगाया है। इस बार उन पर निर्वाचन अधिकारियों को धमकाने और सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप है।
आजम पर यह बैन बुधवार सुबह 6 बजे से लागू होगा। इस दौरान वह कोई जनसभा, रैली या भाषणबाजी नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा इंटरव्यू या राजनीतिक बयान भी नहीं दे पाएंगे।
बता दें कि आजम ने रामपुर में प्रशासन पर पक्षपात करने और जबरन कम वोटिंग कराने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि एक समुदाय को वोट करने के लिए घर से बाहर ही नहीं निकलने दिया गया, यह प्रशासन की साजिश थी।
आजम खान ने पिछले हफ्ते रामपुर में आयोजित आंबेडकर जयंती समारोह में कहा था, 'यहां जिला प्रशासन ने लोगों को वोट नहीं देने जाने की धमकी दी। पूरे भारत में रामपुर अकेला ऐसा बदनसीब शहर है, जहां सिर्फ एक वर्ग के लोगों का वोट न पड़े इसके लिए उन पर कहर बरपाया गया, दुकानें तोड़ दी गईं और सामान लूट लिए गए।
रामपुर से एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन के प्रत्याशी आजम के बयान का संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना था और चुनाव आयोग को भी इस संबंध में एक रिपोर्ट भेजी थी।
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