छत्तीसगढ़ पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के सदस्य विनोद वर्मा को हिरासत में लिया है। गुरुवार-शुक्रवार की रात को तकरीबन तीन बजे छत्तीसगढ़ पुलिस ने यूपी पुलिस के सहयोग से वरिष्ठ विनोद वर्मा को उनके इंदिरापुरम (गाजियाबाद, यूपी) स्थित घर से हिरासत में लिया।
बताया जा रहा है कि उन्हें इंदिरापुरम थाने में रखा गया। यह पूरा मामला छत्तीसगढ़ के एक मंत्री से जुड़ी सीडी का बताया जा रहा है।
पत्रकार विनोद वर्मा ने अपनी गिरफ्तारी के बाद पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेरे पास छत्तीसगढ़ के मंत्री राजेश मूणत का वीडियो है। इसलिए छत्तीसगढ़ सरकार मुझसे खुश नहीं है।
वर्मा ने कहा कि मेरे पास एक पेन ड्राइव है, सीडी के साथ मेरा कोई लेना देना नहीं है। मुझे फंसाया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ पुलिस के मुताबिक शिकायतकर्ता प्रकाज बजाज ने 26 अक्टूबर को रायपुर के पंडरी थाने में लिखित आवेदन देकर फोन पर धमकी दिए जाने की शिकायत की थी।
बजाज ने शिकायत में बताया था कि फोन पर धमकी दी गई है कि तुम्हारे आका का अश्लील वीडियो हमारे पास है। इसके एवज में उनसे पैसे की मांग की गई और पैसा नहीं देने पर सीडी बांटकर इज्जत मिट्टी में मिला देने की धमकी दी गई।
बजाज की शिकायत पर पंडरी पुलिस ने अपराध क्रमांक 340/17 384,507 भादंवि के तहत मामला दर्ज किया और प्रकरण की जांच क्राइम ब्रांच को सौपा। क्राइम ब्रांच को विवेचना के दौरान दिल्ली के वीडियो संचालक के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। वीडियो संचालक से पूछताछ में विनोद वर्मा नामक व्यक्ति द्वारा 1000 सीडी बनवाने की जानकारी मिली।
0 comments:
Post a Comment