नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय ने ंभारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन का कार्यकाल एक साल और बढ़ा दिया गया।
इससे पहले गुरूवार को वित्त मंत्रालय ने इस बात से इनकार कर दिया था कि मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन ने इस्तीफा दे देंगे। वित्त मंत्रालय ने कहा था कि यह मीडिया रिपोर्ट सही नहीं है कि सुब्रमण्यन इ्स्तीफा देंगे।
सुब्रमण्यम को सीएई के रूप में तीन साल की अवधि के लिए 16 अक्टूबर 2014 को नियुक्त किया गया था। अगर उन्हें यह विस्तार नहीं मिला होता तो उनका कार्यकाल अक्टूबर 2019 में समाप्त हो जाता।
बता दें कि बीते साल भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा था चीफ इकॉनमिक एडवाइडर अरविंद सुब्रमण्यम सूक्ष्म दिमाग के मैनेजमेंट डिग्री होल्डर हैं और ये लोग अमेरिका की तरफ से थोपे गए हैं।
स्वामी ने कहा कि अमेरिकियों ने हम पर अरविंद सरीखे मैनेजमेंट डिग्री होल्डर्स थोपे हैं जो सूक्ष्म दिमाग के हैं जब अर्थव्यवस्था सामान्य संतुलन है।
कार्यकाल बढ़ाए जाने पर अरविंद ने कहा वहीं कार्यकाल एक साल बढ़ाए जाने पर अरविंद ने कहा कि चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं। सरकार कई मकसदों पर काम कर रही है।
अरविंद ने कहा कि जैसा कि वित्त मंत्री ने कहा कि हमें विकास, निवेश, निर्यात को पुनर्जीवित करना होगा,आगे के दिनों में, आपको पता चल जाएगा कि सरकार क्या करने की योजना बना रही है।
हमारे पास कुछ मुद्दे हैं जिनके माध्यम से हम काम कर रहे हैं, यह देखना होगा कि अर्थव्यवस्था इन चुनौतियों को कैसे दूर कर सकती है।
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