....

VIP कल्चर सामान्य लोग पसंद नहीं करते,लोगों के दिमाग लाल बत्ती जानी चाहिए : PM मोदी

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 अप्रैल, रविवार को 31वीं बार मन की बात के तहत देश की जनता को संबोधित किया। 
उन्होंने कहा कि 'मन की बात' से पहले लोगों के सुझाव व जानकारियां देख सुखद अनुभूति होती है। सलाह देना, सुझाव देना हमारे स्वभाव में है।
समाज के लिए कुछ कर गुजरने वाले लोगों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। गर्मी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा मार्च-अप्रैल में मई-जून जैसी गर्मी हो रही है। 
ज्यादातर लोगों ने गर्मी से जुड़े हुए सुझाव दिए हैं। इस गर्मी में सामूहिक रूप से पशु-पक्षियों को बचाने का प्रयास होना चाहिए। गर्मियों में कई लोगों ने पक्षियों की चिंता की है। जलवायु परिवर्तन आज की बड़ी समस्या है। 2022 तक देश को आगे ले जाने का संकल्प लें।
मन की बात में युवाओं की सोच में तेजी से आते बदलाव पर चिंता जाहिर करते हुए पीएम मोदी ने कहा युवा आराम तलब जिंदगी पसंद कर रहे हैं। उन्हें अपने जीवनशैली को बदलना चाहिए। 
उन्होंने युवाओं से अपील की कि गरीब बच्चों के साथ खेल का आनंद लीजिए। गर्मी की छुट्टियों में नए प्रयोग कीजिए। अॉउट अॉफ बॉक्स सोचें युवा। युवा देश की विविधता को जानें।
 दुनिया को देखने-समझने से सीखने को मिलता है। युवा यात्रा करें और अपने अनुभव को लिखें.. साझा करें। घूमने के दौरान फोटो फोटो खींचें और उसे #IncredibleIndia के साथ शेयर करें। 
टेक्नोलॉजी से दूर, खुद के साथ समय गुजारने का प्रयास करें, संगीत का कोई वाद्ययंत्र सीखें या कोई नई भाषा के 50 वाक्य सीखें।
आगे पीएम मोदी ने वीआईपी कल्चर पर कहा कि इसके प्रति देश में नफरत का माहौल है। लोगों के दिमाग से भी लाल बत्ती जानी चाहिए। वीआईपी कल्चर सामान्य लोग पसंद नहीं करते।
 लेकिन ये इतना गहरा है इसका मुझे अभी-अभी अनुभव हुआ। न्यू इंडिया में वीआईपी की जगह ईपीआई (EVERY PERSON IS IMPORTANT) को महत्व देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश में नई व्यवस्था के बाद अब कितना भी बड़ा शख्स हो, लाल बत्ती का प्रयोग नहीं कर सकेगा।

1 मई को मनाए जाने वाले श्रमिक दिवस का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि श्रमिकों को बाबा साहेब ने सम्मान दिलाया। उन्होंने कहा भारत में हमेशा 'सबका साथ-सबका विकास' इसी मंत्र को ले कर आगे बढ़ने का प्रयास किया गया है। भारत सरकार कल 1 मई को 'संत रामानुजाचार्य' जी की स्मृति में एक डाक टिकट जारी करने जा रही है। इस साल हम सवा सौ करोड़ देशवासी सामाजिक एकता और संगठन में शक्ति है, इस भाव को जगाने के लिये संत रामानुजाचार्य जी की 1000वीं जयंती मना रहे हैं।

Share on Google Plus

click News India Host

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment