पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद को प्रतिबंधित करने के भारत के प्रयास में चीन अब तक रोड़े अटकाता रहा है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी दूत निक्की हेली ने मंगलवार को कहा कि जो देश आतंकवादियों को प्रतिबंधित करने के मामले में वीटो का इस्तेमाल कर बाधा पहुंचा रहे हैं, वे ऐसा करके भी उसे कार्रवाई करने से नहीं रोक सकते।
ट्रंप प्रशासन सभी रास्तों पर विचार कर रहा है। हमने जिन चीजों पर बात की है वे प्रतिबंधों से संबंधित हैं। कौन सूची में है और उनसे हमें कैसे निपटना है इसकी रणनीति तैयार की जा रही है।
अप्रैल महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष का पद संभालने के बाद वे पत्रकारों से बात कर रहीं थी।
उनसे सुरक्षा परिषद की प्रतिबंधित सूची में आतंकवादियों खासतौर से दक्षिण एशिया से जुड़े आतंकियों का नाम शामिल करने से जुड़ी कोशिशों को लेकर सवाल पूछा गया था।
चीन का नाम लिए बिना इस बात का भी जिक्र किया गया कि सुरक्षा परिषद के कुछ स्थायी सदस्य वीटो का इस्तेमाल कर इन कोशिशों को नाकाम कर रहे हैं।
इसके जवाब में हेली ने कहा, वीटो अमेरिका को कार्रवाई करने से नहीं रोक सकता। हमें यह देखने से नहीं रोक सकता कि हम कुछ बदलाव कर सकते हैं कि नहीं।
हमारा मकसद है कि हम अलग-अलग जो कर सकते हैं उससे ज्यादा मिलकर करें। ऐसा नहीं होने पर हम दूसरी दिशा में बढ़ेंगे। उन्होंने कहा, ट्रंप प्रशासन के आने के बाद से काफी कुछ हुआ है।
अमेरिका यह सुनिश्चित करना चाहता है कि वह एक नतीजे की ओर बढ़ रहा है। हम चुपचाप बैठकर चीजों के खुद ब खुद होने का इंतजार नहीं करेंगे।
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