जबलपुर : प्रदेश सरकार शराब से मिलने वाले राजस्व के भरोसे नहीं है। फिलहाल सरकार नर्मदा किनारे 500 मीटर के दायरे से शराब दुकानों को खदेड़ रही है।
धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में शराब बंदी का सपना भी साकार कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात शुक्रवार को भेड़ाघाट के नर्मदा तट पर कही। वे नर्मदा सेवा यात्रा के सिलसिले में जबलपुर आए थे।
इस दौरान प्रभारी मंत्री गौरीशंकर शेजवार, राज्यमंत्री शरद जैन व विधायकों के अलावा स्वामी गिरिशानंद महाराज, अखिलेश्वरानंद, शरद अग्रवाल सहित अन्य मौजूद रहे। कार्यक्रम के दूसरे चरण में सभी ने धुआंधार पहुुंचकर नर्मदा महाआरती में भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा बेहद बुरी बात है, लेकिन यह उससे भी बुरी बात है कि लोग पुण्यसलिला नर्मदा के किनारे बोतल खोल लेते हैं। सरकार को शराब से मिलने वाला रेवेन्यू नहीं चाहिए।
जिस तरह गुजरात सहित अन्य प्रांतों में शराब बंदी सफल हुई, वैसे ही धीरे-धीरे मध्यप्रदेश में भी होगी। मध्यप्रदेश के अलीराजपुर में सबसे महंगी और अवैध शराब का समस्या पैदा हो गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह जिला शराबमुक्त गुजरात से सटा हुआ है। गुजरात के शराबप्रेमी अलीराजपुर से महंगी और अवैध शराब खरीदकर अपना शौक पूरा करते हैं
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