नई दिल्ली : सरकार ने बुधवार को बताया कि 500 रुपये के नए नोटों की छपाई पर 2.87 रुपये से 3.09 रुपये के बीच और 2,000 रुपये के नए नोटों की छपाई पर 3.54 रुपये से 3.77 रुपये के बीच लागत आई.
सरकार ने बुधवार को सदन में यह जानकारी दी. केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने राज्यसभा में अपने लिखित जवाब में कहा, 500 रुपये के हर नए नोट की छपाई पर 2.87 रुपये से 3.09 रुपये के बीच और 2,000 रुपये के हर नए नोट की छपाई पर 3.54 रुपये से 3.77 रुपये के बीच लागत आई.
मेघवाल ने साथ ही यह भी कहा कि चूंकि अभी 5,00 और 2,000 रुपये के नए नोटों की छपाई पूरी नहीं हो सकी है, इसलिए नए नोटों की छपाई पर आई कुल लागत अभी बताना संभव नहीं है.
मेघवाल ने बताया कि 24 फरवरी तक देश में कुल प्रचलन मुद्रा 11.641 लाख करोड़ रुपये थी.उन्होंने बताया कि 10 दिसंबर, 2016 तक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) में कुल 12.44 लाख करोड़ रुपये राशि के पुराने नोट जमा हुए थे.
सरकार ने बुधवार को संसद को बताया कि नोटबंदी के बाद बैंक खातों में संदिग्ध जमाओं के मामले में करीब 5,100 नोटिस जारी किए गए हैं, जबकि दूसरी तरफ लोगों ने 5,400 करोड़ रुपये की अघोषित आय की बात को स्वीकार किया है.
वित्त राज्यमंत्री संतोष कुमार गंगवार ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया कि आयकर विभाग ने 1,100 से अधिक तलाशी और जांच अभियान चलाए तथा ऊंची नकद जमा के संदर्भ में संदिग्ध लेनदेन की पुष्टि के लिए 5,100 से अधिक नोटिस जारी किए हैं.
उन्होंने कहा कि इन अभियानों के तहत 10 जनवरी, 2017 तक 610 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का कीमती सामान बरामद किया गया, जिसमें 513 करोड़ रुपये की नगदी और 5,400 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय का खुलासा हुआ.
सरकार ने बुधवार को सदन में यह जानकारी दी. केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने राज्यसभा में अपने लिखित जवाब में कहा, 500 रुपये के हर नए नोट की छपाई पर 2.87 रुपये से 3.09 रुपये के बीच और 2,000 रुपये के हर नए नोट की छपाई पर 3.54 रुपये से 3.77 रुपये के बीच लागत आई.
मेघवाल ने साथ ही यह भी कहा कि चूंकि अभी 5,00 और 2,000 रुपये के नए नोटों की छपाई पूरी नहीं हो सकी है, इसलिए नए नोटों की छपाई पर आई कुल लागत अभी बताना संभव नहीं है.
मेघवाल ने बताया कि 24 फरवरी तक देश में कुल प्रचलन मुद्रा 11.641 लाख करोड़ रुपये थी.उन्होंने बताया कि 10 दिसंबर, 2016 तक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) में कुल 12.44 लाख करोड़ रुपये राशि के पुराने नोट जमा हुए थे.
सरकार ने बुधवार को संसद को बताया कि नोटबंदी के बाद बैंक खातों में संदिग्ध जमाओं के मामले में करीब 5,100 नोटिस जारी किए गए हैं, जबकि दूसरी तरफ लोगों ने 5,400 करोड़ रुपये की अघोषित आय की बात को स्वीकार किया है.
वित्त राज्यमंत्री संतोष कुमार गंगवार ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया कि आयकर विभाग ने 1,100 से अधिक तलाशी और जांच अभियान चलाए तथा ऊंची नकद जमा के संदर्भ में संदिग्ध लेनदेन की पुष्टि के लिए 5,100 से अधिक नोटिस जारी किए हैं.
उन्होंने कहा कि इन अभियानों के तहत 10 जनवरी, 2017 तक 610 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का कीमती सामान बरामद किया गया, जिसमें 513 करोड़ रुपये की नगदी और 5,400 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय का खुलासा हुआ.
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