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वाहन चालक तीन बार नशा करते मिले तो लायसेंस निरस्त : मुख्यमंत्री

नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा के 42 वें पड़ाव पर मुख्यमंत्री हंडिया में शामिल हुए। करीब डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर मुख्यमंत्री हेलीपेड से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। 
मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि वाहन चालक शराब का नशा करके गाड़ी चलाएंगे और तीन बार पकड़ा गए तो जिंदगी भर के लिए लायसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। प्रदेश को नशा मुक्त बनाने की तैयारी प्रारंभ हो गई है।
सीएम के अनुसार पहले चरण में नर्मदा किनारे से 5-5 किलोमीटर तक की सीमा से दुकानों को बंद किया जाएगा।
 इसके बाद नशा मुक्त अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक करेंगे और धीरे-धीरे शराब दुकानें बंद करते रहेंगे। 
नर्मदा सेवा यात्रा का उद्देश्य बताकर मुख्यमंत्री ने लोगों से जल संरक्षण, पौध रौपण करने और नर्मदा को प्रदूषण मुक्त बनाने का संकल्प दिलाया।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान मंच पर उपस्थित साधु-संतों का सम्मान भी किया। उन्होंने घोषणा की है कि नर्मदा किनारे के एक-एक किलोमीटर तक जो किसान फलदार पौधों का रोपण करेंगे उन्हें 20 हजार रुपए प्रति एकड़ का भुगतान शुरूआत के तीन साल तक दिया जाएगा।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री नर्मदाष्टक और महाआरती में शामिल हुए। बेटियों को बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि बेटियों को नहीं बचाओगे तो बहू कहां से लाओगे? 
उन्होंने कहा कि वह केन्द्र सरकार से मांग करेंगे कि बेटियों से दूराचार करने वालों को खुलेआम फांसी देने का कानून बनाए। कार्यक्रम में उन्होंने हरदा कलेक्टर को कहा कि वह एक नर्मदा सेवा समिति का गठन करे जो नर्मदा सेवा से जुड़े कार्य करती रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माॅ नर्मदा नदी ने मध्यप्रदेश को सब कुछ दिया है किन्तु मनुष्य की लापरवाही से किनारों पर अंधाधुंध पेड़ो की कटाई की गई। उन्होंने कहा कि अब यह वक्त प्रायश्चित करने का है।
 इस बात को लेकर प्रदेश में नर्मदा सेवा यात्रा निकाली जा रही। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि नर्मदा के पानी से प्रदेश में 30 प्रतिशत हिस्से में सिंचाई की जा रही है।
 अमरकंटक, डिंडोरी, जबलपुर, भोपाल, ओमकारेश्वर और इंदौर सहित नागरिकों को पीने का पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। नर्मदा में शहरों का प्रदूषित पानी न मिले इसके लिए ट्रीटमेंट प्लांट लगावाये जाएगे।
नदी जोडने की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ में श्रद्वालुओं को पवित्र स्नान के लिए नर्मदा का पानी शिप्रा में जोड़ा गया है। 
नर्मदा का अब यह पानी गंभीर, पार्वती और कालींसिंध नदियों को भी नया जीवन देने के लिए मिलाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि नर्मदा नदी के घाटों पर पूजन कुण्ड, मुक्तिधाम और महिलाओं को वस्त्र बदलने के लिए चेंजिंग रूम बनाएग जाएगे।
कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री लालसिंह आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष कोमल पटेल, टिमरनी विधायक संजय शाह, महामंडलेश्वर वियोगानंद महाराज, प्रज्ञाभारती, प्रज्ञानंद महाराज, देवकीनंदन ठाकुर महाराज, पूर्व मंत्री कमल पटेल ने भी संबोधित किया। इस मौके पर उर्जा मंत्री श्री पारस जैन, पिछडा वर्ग राज्य मंत्री ललिता यादव, साधु संत भी मौजूद थे।

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