भोपाल : मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में नोटबंदी के बाद से अब तक करीब 400 बैंक खातों में एक करोड़ रुपए या इससे भी ज्यादा की राशि जमा कराई गई है।
इन सभी खातेदारों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कई नोटिस बैंक खातेदारों को भेजे जा चुके हैं। यह जानकारी प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त अबरार अहमद ने गुरुवार को मीडिया के सामने दी।
उन्होंने बताया कि अघोषित आय की घोषणा करने के लिए सरकार ने एक और मौका दिया है, जिसके लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को 17 दिसंबर से लाया गया है।
यह योजना 31 मार्च 2017 तक चलेगी। अहमद ने स्पष्ट किया कि योजना की अवधि के बीच आयकर विभाग अपनी सूचनाओं पर छापे और सर्वे की कार्रवाई जारी रखेगा।
उन्होंने कहा कि छापे या सर्वे में मिलने वाली राशि का लाभ व्यक्ति को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में भी दिया जा सकता है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का लाभ लेने के लिए पेन नंबर होना जरूरी है। 31 मार्च 2017 तक व्यक्ति की आय अगर एक करोड़ रुपए होती है तो उसे 50 लाख रुपए तो तुरंत टैक्स में जमा करना होंगे।
फिर 25 फीसदी बैंक में बॉन्ड के तौर पर सरकार के पास जमा कराने होंगे जो उसे चार साल बाद मिलेंगे। इस राशि पर उसे ब्याज भी नहीं मिलेगा।
शेष 25 लाख रुपए की उसकी काली कमाई सफेद हो जाएगी। हालांकि स्मगलिंग, चोरी, डकैती या अन्य आपराधिक गतिविधियों से रुपए अर्जित करने वाले लोगों को इसका फायदा नहीं मिलेगा।
योजना की अवधि समाप्त होने के बाद अगर किसी व्यक्ति द्वारा अपने आयकर रिटर्न में अघोषित आय घोषित की जाती है तो उस पर इनकम टैक्स, सरचार्ज और उपकर के रूप में 77.25 प्रतिशत के साथ 10 फीसदी जुर्माना भी लगाया जाएगा।
इस प्रकार कोई व्यक्ति अगर एक करोड़ रुपए की आय बताता है तो उसके पास सफेद कमाई के रूप में मात्र 13 लाख रुपए से भी कम राशि बचेगी।
वहीं आय में गलत जानकारी देने पर उस पर 200 फीसदी जुर्माना तक किया जा सकता है। संबंधित के खिलाफ बनने वाले मामले को फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाकर जल्द निपटारा भी किया जाएगा।
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