भोपाल : स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया के 8 आतंकी भोपाल सेंट्रल जेल से फरार हो गए हैं। आतंकियों ने एक गार्ड का गला रेता और चादरों की रस्सी बनाकर दीवार फांद गए।
मप्र के खंडवा से सिमी आतंकी 3 साल पहले भी ऐसे ही जेल से फरार हो गए थे। इनके ऊपर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा था। इसको लेकर बिहार में हाई अलर्ट कर दिया गया है। गृह विभाग ने जारी किया अलर्ट
बिहार के गृह विभाग ने इसको लेकर बिहार में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सूत्रों के अनुसार होम ने प्रदेश के सभी एसपी डीएम को पत्र लिखकर जिलें में जांच अभियान को तेज करने का निर्देश दिया है। बताते चलें कि बिहार में पहले भी सिमी के कनेक्शन के संकेत मिलते रहे हैं।
डीआईजी (भोपाल) रमन सिंह ने कहा- रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 2-3 बजे के बीच आतंकी भागे।
आतंकियों ने ड्यूटी बदलते वक्त दो गार्ड पर हमला किया। पहले हेड गार्ड रमाशंकर सिंह की हत्या कर दी।
आतंकियों ने ड्यूटी बदलते वक्त दो गार्ड पर हमला किया। पहले हेड गार्ड रमाशंकर सिंह की हत्या कर दी।
उनका गला रेत दिया। हमले के लिए स्टील की प्लेट और ग्लास का इस्तेमाल किया।इसके बाद जेल में ओढ़ने के लिए मिली चादरों की रस्सी बनाई। उसी के सहारे दीवार फांदी। दूसरा गार्ड घायल है।
बताया जा रहा है कि इसमें से कुछ आतंकी वे भी हैं जो 2013 में खंडवा जेल से भागे थे। उन्हें पकड़ कर यहां लाया गया था।
मोहम्मद खालिद अहमद (सोलापुर, महाराष्ट्र), मोहम्मद अकील खिलजी (खंडवा, मध्य प्रदेश), मुजीब शेख (अहमदाबाद, गुजरात), मोहम्मद सलिक, जाकिर हुसैन सादिक, मेहबूब गुड्डू, अमजद।
मप्र के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा,जेल प्रबंधन की गलती के वजह से ऐसा हुआ। पांच अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है।एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, घटना की सूचना हमें 4.30 बजे मिली। केंद्र और आसपास के राज्यों को अलर्ट किया गया है।
कहीं किसी की मिलीभगत है या लापरवाही है, इसकी जांच हो रही है। फिलहाल, फोकस आतंकियों को पकड़ने पर है।सीएम और एडमिनिस्ट्रेशन मामले पर नजर रखे हुए हैं केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से अलर्ट जारी कर दिया गया है।
2 अक्टूबर 2013 से सात कैदी भागे थे। इसके बाद मध्य प्रदेश में जितने भी सिमी के आतंकी अन्य जेलों में थे, उन सबको एक जगह लाया गया।सभी को कड़ी सिक्युरिटी वाले भोपाल सेंट्रल जेल में रखा गया। यहां सिमी के 30 आतंकी रखे गए। इन्हीं में से 8 आतंकी भागे हैं।
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