भोपाल। प्रदेश में बीते 24 घंटे से हो रही बारिश से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। राहतगढ़ और कटनी में मकान गिरने से 9 जानें जा चुकी हैं।
मैहर में हाउसिंग बोर्ड की बिल्डिंग गिरने से दो लोगों की मौत हो गई।विंध्य, बुंदेलखंड सहित कई इलाकों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
रीवा में 160, सतना में 62, पन्ना में 41 गांव पानी से घिरे हुए हैं। 64 से ज्यादा राहत शिविर खोले गए हैं, जिनमें छह हजार से ज्यादा लोग रह रहे हैं।
सेना के साथ एनडीआरएफ के जवान बचाव काम में लगाए गए हैं। सतना में दो हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार सुबह सीएम हाउस पर बारिश से उपजे हालातों की समीक्षा की।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बांधों से एक साथ पानी न छोड़ा जाए।मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए राहत राशि देने की घोषणा की गई है।
राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक रीवा, सतना, पन्ना, छतरपुर, कटनी, उमरिया में बारिश थम गई है, वहीं रीवा में हेलिकॉप्टर से खाने के पैकेट गिराए गए हैं। 160 गांव पानी से घिरे हुए हैं और शहर के 20 वार्डों का संपर्क कटा हुआ है।
सतना के जमुड़ी, माधवगढ़, गढ़वाखुर्द, मदरसा, सरिया टोला में लोग फंसे हुए हैं। हालांकि, पानी रुकने की वजह से स्थिति सामान्य हो रही है।
पन्ना में सभी नदियां उफान पर हैं। 42 गांवों का संपर्क टूट गया है। यहां बारिश के चलते दो बहनों की मौत हो गई। दमोह में सुनार नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है।
हटा के चार और पथरिया के तीन गांवों को खाली कराकर लोगों को स्कूलों में ठहराया गया है।
सागर के राहतगढ़ में एक कच्चा मकान गिरने से सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। छतरपुर में झीला नाला पार करते वक्त एक आल्टो पानी में बह गई।
इसमें सवार तीन लोगों की मौत हो गई। एक शव बरामद किया जा चुका है जबकि, दो की तलाश की जा रही है। कटनी का गाड़ा पड़रिया पानी से घिरा है और रीठी तहसील में घर गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई। इसी तरह उमरिया में नाले में तीन बच्चों के डूबने से मौत हो गई।
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