जयपुर। रेप पीड़िता का दर्द बांटने और उसकी बात सुनने पहुंची राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष और सदस्य उसकी पहचान छुपाने के बजाय सेल्फी लेने लगी।
जयपुर में ऐसा ही मामला सामने आया है। कोर्ट के निर्देश के अनुसार किसी भी दुष्कर्म पीड़िता की पहचान सामने नहीं लाई जा सकती।
दरअसल महिला के पिता का आरोप था कि दहेज के लिए ससुराल वालों ने उनकी बेटी के माथे पर लिख लिख दिया था, मेरा बाप चोर है।
इस मामले में पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दी थी कि उनकी बेटी के साथ रेप भी हुआ है। अभी इस मामले की जांच चल रही है।
पीड़िता से मिलने के लिए राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा और सदस्य सौम्या गुज्जर गईं थीं।पीड़िता से मुलाकात के दौरान सौम्या गुज्जर ने सेल्फी ली और इस सेल्फी में पीड़िता, राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा भी थीं।
महिला आयोग की टीम पीड़िता का दुख दर्द जानने की बजाय सेल्फी लेने में व्यस्त थीं।
इस मामले में महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा का कहना है कि वो पीड़ित महिला से बात करने में व्यस्त थीं तभी उनके आयोग की सदस्य सौम्या गुज्जर ने ये तस्वीर ली है। जिसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
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