ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत को शामिल किए जाने का समर्थन किया है जिससे भारत के दावे को मजबूती मिली है।
सूत्रों ने बताया कि कैमरन ने गुरुवार को टेलीफोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की और एनएसजी में भारत को शामिल किए जाने का समर्थन किया है।
ब्रिटेन का यह समर्थन ऐसे समय में मिला है जब 24 जून को विएना में परमाणु उत्पादक संघ की बैठक होनी है जहां एनएसजी में सदस्यता के लिए भारत की अर्जी पर चर्चा हो सकती है।
गौरतलब है कि एनएसजी में भारत को शामिल किये जाने के दावे का अमेरिका ने पुरजोर समर्थन किया है जबकि चीन इसका लगातार विरोध कर रहा है।
चीन और पाकिस्तान की लाख कोशिशों के बाद भी भारत एनएसजी सदस्यता की दिशा में अब आगे बढता जा रहा है। जहां अमेरिका के दबाव में न्यूजीलैंड भारत को समर्थन देने को राजी हो गया है।
वहीं इस समूह में शामिल अन्य सदस्यों से भी भारत की सदस्यता के लिए भी समर्थन देने की अपील अमरीका ने की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने सम्मेलन में कहा कि अमरीका ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह के सहयोगी देशों से यह अपील की है कि जब भी एनएसजी की समग्र चर्चा हो तब इसके सहयोगी देश भारत के आवेदन का समर्थन करें।
0 comments:
Post a Comment