नयी दिल्ली। 7 दिन पहले माता-पिता ने सात साल के यामातो तानूका को सजा देने के लिए जंगल में छोड़ दिया था। माता-पिता ने बच्चे को उसके दुर्व्यवहार की वजह से डराने के मकसद से कार से बाहर निकाल दिया था, लेकिन बच्चा भालुओं से भरे इस जंगल में खो गया।
बच्चे के खोने के 7 दिनों बाद जापान की सेल्फ डिफ्रेंस फोर्स ने बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया है।अधिकारियों के मुताबित बच्चे को कोई बाहरी चोट नहीं लगी है और उसका स्वास्थ्य अच्छा है। उन्हें वो बच्चा एक सैन्य शिविर में मिला, जहां उसने एक झोंपड़ी में शरण ली थी।
झोपड़ी के भीतर ही उसे पानी पीने के लिए एक टोटी मिल गई थी, जिससे पानी पीकर उसने 7 दिनों तक काम चलाया। बच्चा बहुत भूखा था। उत्तरी होक्काइडो द्वीप में पुलिस के प्रवक्ता तोमोहितो तामुरा के मुताबिक बच्चे ने खुद अपनी पहचान बताई।
उन्होंने कहा कि बच्चे को कोई बाहरी चोट नहीं लगी थी। लेकिन एहतियातन उसे जांच के लिए हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया है। वहीं 7 दिनों बाद अपने बच्चे को वापस पाकर माता-पिता फूले नहीं समा रहे हैं।
बच्चे का पिता ने रोते हुए कहा कि उन्होंने अपने बच्चे से माफी मांगी है। बच्चे के सुरक्षित लौटने पर उन्होंन कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि वह सुरक्षित है। मुझे शब्द नहीं मिल रहे। बहुत अच्छा लग रहा है।
बच्चे के खोने के 7 दिनों बाद जापान की सेल्फ डिफ्रेंस फोर्स ने बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया है।अधिकारियों के मुताबित बच्चे को कोई बाहरी चोट नहीं लगी है और उसका स्वास्थ्य अच्छा है। उन्हें वो बच्चा एक सैन्य शिविर में मिला, जहां उसने एक झोंपड़ी में शरण ली थी।
झोपड़ी के भीतर ही उसे पानी पीने के लिए एक टोटी मिल गई थी, जिससे पानी पीकर उसने 7 दिनों तक काम चलाया। बच्चा बहुत भूखा था। उत्तरी होक्काइडो द्वीप में पुलिस के प्रवक्ता तोमोहितो तामुरा के मुताबिक बच्चे ने खुद अपनी पहचान बताई।
उन्होंने कहा कि बच्चे को कोई बाहरी चोट नहीं लगी थी। लेकिन एहतियातन उसे जांच के लिए हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया है। वहीं 7 दिनों बाद अपने बच्चे को वापस पाकर माता-पिता फूले नहीं समा रहे हैं।
बच्चे का पिता ने रोते हुए कहा कि उन्होंने अपने बच्चे से माफी मांगी है। बच्चे के सुरक्षित लौटने पर उन्होंन कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि वह सुरक्षित है। मुझे शब्द नहीं मिल रहे। बहुत अच्छा लग रहा है।
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