कसरावद । कर्ज में दबे एक किसान ने सूखी नहर में कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। इस दौरान अन्य युवकों ने देख लिया और उसे बचाया। गांव लाकर समझाइश दी परंतु किसान एक ही बात कह रहा था- यदि नहर में पानी नहीं छोड़ा तो 5 लाख का कर्ज कैसे चुकाऊंगा।
घटना शनिवार को ग्राम बिठेर में हुई। किसान मुकेश पाटीदार (32) इंदिरा सागर परियोजना की नहरों में पानी नहीं छोड़ने से आक्रोशित है।
लोगों ने बताया कि किसानों द्वारा नर्मदा घाटी विकास विभाग, कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों को आवेदन सौंपकर नहरों में पानी छोड़ने की मांग लगातार की जा रही है, किंतु विभाग ऐसा नहीं कर रहा है।
इससे किसान मुकेश ने सुबह करीब 9.30 बजे ग्राम के पास ही पुल से सूखी नहर में कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। राहगीरों ने इसे पकड़ा और गांव लाए।
यहां समझाइश के बाद यह शांत हुआ। मुकेश ने बताया कि उसने व अन्य किसानों ने नहरों में पानी छोड़ने को लेकर हर जगह आवेदन दिए, परंतु आश्वासन ही मिले। उस पर लगभग 5 लाख रुपए का कर्ज है। यदि नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया तो कर्ज कैसे चुकता करेगा।
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