....

घर की लाड़ली ऊंटनी कल्लो का विवाह ऊंट गोपाल से हुआ

शिवपुरी।  सुनने में थोड़ा अजीब भले ही लगे, लेकिन शिवपुरी इंदार थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम रिन्हाय के समीप सिद्घ स्थल मंदिर पर गुरुवार को ऊंट और ऊंटनी की शादी पूरे विधि विधान से की गई। 
लाल जोड़े में सजी ऊंटनी कल्लो और रंग बिरंगी कलंगियां सिर पर सजाए ऊंट गोपाल, सात हजार से अधिक लोग, पारंपरिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुआ पीपल के फेरे लेने का क्रम, पहले पांच फेरों में गोपाल आगे और कल्लो पीछे, शेष फेरों में कल्लो आगे रही और गोपाल पीछे। लोग फूल बरसा रहे थे और फेरे पूरे होते ही कल्लो यानी ऊंटनी गोपाल (ऊंट ) की हो गई।
इस अनोखी शादी में शामिल होने हजारों लोग 50 से 100 किमी दूर तक से पहुंचे थे। आयोजक नरेश रघुवंशी और उनके परिजनों ने अपनी लाड़ली ऊंटनी कल्लो की विदाई भी पूरी रीति रिवाज के साथ की।
 गुना से गोपाल ऊंट की बारात लेकर सैकड़ों लोग ढोल और नगाड़ों की धुन पर नाचते गाते रहे। शादी के बाद करीब 7 हजार लोगों ने परंपरागत राजस्थानी भोजन लाडू बाटी व पूड़ी सब्जी का लुत्फ लिया। इस अनोखी शादी में सब कुछ वैसे ही हुआ जैसे सामान्य शादियों में होता है।
 समारोह में शामिल होने आए लोगों ने अपनी हैसियत के मुताबिक दुल्हन बनी कल्लो को नेग के रूप में रुपए भी दिए।
इसके लिए बाकायदा गांव के विक्रम शर्मा कॉपी रजिस्टर लेकर व्यवहार लिखते नजर आए। इस विवाह समारोह का आयोजन करने वाले नरेश रघुवंशी का कहना है कि वे दो साल पहले कल्लो ऊंटनी को खरीदकर लाए थे और तब से उसे बच्चों की तरह पाला है। पूरे घर की लाड़ली कल्लो का भी विवाह उसी तरह किया गया, जैसे एक बेटी का किया जाता है।

Share on Google Plus

click News India Host

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment