उज्जैन: मप्र की ऐतहासिक नगरी उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ-कुम्भ मेले में आये प्राकृतिक प्रकोप झेलने के एक दिन बाद अब स्थिति सामान्य हो रही है। यहां आंधी, बारिश से मेला क्षेत्र में सैकड़ो अस्थाई तम्बू और पंडाल गिरने से सात लोगों की मौत हो गई और लगभग 90 लोग घायल हो गये थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तड़के उज्जैन पहुंचे और बारिश व आंधी से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। हुई बारिश और आंधी के कारण सिंहस्थ नगरी में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था, जो कि अब सामान्य हो रहा है। उज्जैन से संभागायुक्त रविन्द्र पस्तौर ने कहा, ‘धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है तथा राहत कार्यो में आसपास के जिलों से पर्याप्त मदद मिल रही है।’ उन्होंने कहा कि हालात सामान्य हो रहे हैं तथा शहर में बिजली की आपूर्ति भी बहाल कर दी गई है।
संभागायुक्त ने कहा, ‘आसपास के जिले के लोगों की मदद से हम तीर्थयात्रियों को भोजन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं।’ अधिकारियों ने बताया कि कल आई तेज आंधी और बारिश के कारण मेला क्षेत्र में लगे अस्थाई पंडालों और तम्बूओं के गिरने से उनके नीचे दबने से छह लोगों की मौत हो गई जबकि एक महिला की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हुई।
इसबीच, बारिश के बाद मेला क्षेत्र में क्षिप्रा नदी के निकट हुए कीचड़ को सुखाने के प्रयास किये जा रहे हैं। यहां 9 मई को सिंहस्थ के दूसरे शाही स्नान के मौके पर बड़ी तादाद में तीर्थयात्री जमा होंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तड़के उज्जैन पहुंचे और बारिश व आंधी से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। हुई बारिश और आंधी के कारण सिंहस्थ नगरी में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था, जो कि अब सामान्य हो रहा है। उज्जैन से संभागायुक्त रविन्द्र पस्तौर ने कहा, ‘धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है तथा राहत कार्यो में आसपास के जिलों से पर्याप्त मदद मिल रही है।’ उन्होंने कहा कि हालात सामान्य हो रहे हैं तथा शहर में बिजली की आपूर्ति भी बहाल कर दी गई है।
संभागायुक्त ने कहा, ‘आसपास के जिले के लोगों की मदद से हम तीर्थयात्रियों को भोजन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं।’ अधिकारियों ने बताया कि कल आई तेज आंधी और बारिश के कारण मेला क्षेत्र में लगे अस्थाई पंडालों और तम्बूओं के गिरने से उनके नीचे दबने से छह लोगों की मौत हो गई जबकि एक महिला की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हुई।
इसबीच, बारिश के बाद मेला क्षेत्र में क्षिप्रा नदी के निकट हुए कीचड़ को सुखाने के प्रयास किये जा रहे हैं। यहां 9 मई को सिंहस्थ के दूसरे शाही स्नान के मौके पर बड़ी तादाद में तीर्थयात्री जमा होंगे।
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