एनआईए अफसर तंजील हत्याकांड में शामिल एक शूटर को एसटीएफ ने दबोच लिया है। हत्या में इस्तेमाल लाल रंग की पल्सर बाइक भी बरेली से बरामद हो गई है। यह दावा एसटीएफ से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों का है। अधिकारिक तौर पर अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
हत्या में तंजील के ही गांव सहसपुर के शातिर अपराधी मुनीर का हाथ सामने आ रहा है। उसके घर पर बुधवार की शाम भारी फोर्स के साथ दबिश दी गई। इसके अलावा गांव से लेकर संभल और अलीगढ़ तक 10 संदिग्धों को पुलिस ने उठाया है। एक महिला का नाम भी सामने आ रहा है।
शनिवार रात बिजनौर के सहसपुर गांव निवासी एनआईए अफसर तंजील अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में एटीएस, एसटीएफ व पुलिस की कईं टीमें काम कर रही हैं।
सूत्रों की मानें तो बाइक पर पीछे बैठे युवक ने तंजील अहमद पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई, जबकि यह युवक बाइक स्टार्ट किए खड़े रहा। वह सहसपुर का ही रहने वाला ही बताया जा रहा है। एनआईए अफसर तंजील हत्याकांड में पुलिस उन्हीं के गांव सहसपुर के शार्प शूटर मुनीर का हाथ मानकर चल रही है।
गांव से सात अन्य युवकों को हिरासत में लिया गया है। उसके आवास पर भी बुधवार की पुलिस अफसरों ने भारी फोर्स के साथ दबिश दी। यहां अब मुनीर आता नहीं है। उसके माता-पिता और बहन ही यहां रहते हैं। बताया जाता है कि मुनीर स्योहारा के एक स्कूल से इंटर करने के बाद ग्रेजुएशन करने अलीगढ़ चला गया।
थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा के मुताबिक अलीगढ़ में जाने के बाद वह अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया और आज वह एक शातिर अपराधी है। लगभग 3-4 वर्षों से जब सहसपुर में अलीगढ़ आदि जिलों की पुलिस ने उसकी तलाश में दबिश देनी शुरू की, तभी से उसने सहसपुर आना छोड़ दिया था।
अलीगढ़ से उसके एक नजदीकी को हिरासत में लिया गया है। संभल से भी दो हार्ड कोर क्रिमिनल पुलिस ने उठाए हैं। अलीगढ़ से उसके एक नजदीकी को हिरासत में लिया गया है। संभल से भी दो हार्ड कोर क्रिमिनल पुलिस ने उठाए हैं।
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