अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ज्ञानदास जी महाराज ने योगगुरू बाबा रामदेव और श्री श्री रविशंकर पर निशाना साधा है और दोनों को संत मानने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा मैं संत होने का डिप्लोमा तो नहीं देता, लेकिन रामदेव और श्री श्री रविशंकर दोनों न तो किसी अखाडे के सदस्य हैं और न ही महामंडलेश्वर हैं.
उन्होंने कटाक्ष किया कि रामदेव अच्छा काम रहे हैं और अचार, पापड, शैम्पू, केचअप बेच रहे हैं. उनके सिंहस्थ में आने पर रोक नहीं है. वे आएं और प्रायवेट संस्थाओं की तरह अपना कैंप लगाएं, लेकिन राधे मां, नित्यानंद जैसे संतों को नहीं आने दिया जाएगा.
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