समाजवादी पार्टी ने अपने दो युवा नेताओं सुनील साजन व आनंद भदौरिया का निष्कासन वापस ले लिया है। यह दोनों नेता मुख्यमंत्री व सपा प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव के खासे विश्वस्त माने जाते हैं। साल के पहले दिन ही उनकी सपा में वापसी को तमाम लोगों की भावनाओं का ख्याल रखने के रूप में देखा रहा है।
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता व वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने सुनील सिंह यादव साजन व आनंद भदौरिया के प्रत्यावेदन पर विचार करते हुए इनका निष्कासन खत्म कर दिया है।
निष्कासन का मामला लखनऊ में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में दावेदारी की पैरवी से जुड़ा था। पार्टी ने इसकी जगह दूसरे प्रत्याशी को मैदान में उतारा और उसका निर्विरोध निर्वाचित होना तय है। सुनील सिंह समाजवादी छात्रसभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं और भदौरिया लोहिया वाहिनी के राष्ठ्रीय अध्यक्ष रहे हैं।
पार्टी ने अभी 25 दिसंबर को इन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निकाला था। निकाले जाने के बाद सोशल मीडिया में इनके पक्ष में समर्थन कमेंट लिखे जाने लगे। हाल में इन्होंने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की और अपनी स्थिति साफ की। उसके बाद से इनकी वापसी के आसार बढ़ गए थे।
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