राज्य सरकार ने अवैध लकड़ी कटाई के मामले में उलझे बालाघाट कलेक्टर किरण गोपाल को हटा दिया है. उनकी जगह सिवनी कलेक्टर को भरत यादव को बालाघाट का नया कलेक्टर बनाया गया है.
राज्य सरकार ने सोमवार शाम को जारी आदेश में किरण गोपाल राव को कलेक्टर पद से हटाते हुए राज्य अनुसूचित जनजाति वित्त विकास निगम का संचालक बना दिया है.
राज्य सरकार ने बालाघाट सहित चार जिलों के कलेक्टर बदल दिए हैं. सिवनी कलेक्टर भरत यादव की जगह अब धनराजू एस को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अलावा प्रकाश जांगरे को कटनी और विकास नरवाल को सागर कलेक्टर बनाया गया है.
दरसअल, कलेक्टर वी किरण गोपाल पर गंभीर आरोप लगे हैं. बताया जा रहा है कि कलेक्टर ने करीब 16 लाख की अवैध रूप से काटी गई सागौन की लकड़ी अपने निर्माणाधीन मकान के लिए भिजवाई है.
कलेक्टर पर ये गंभीर आरोप लगाते हुए लांझी विधानसभा के पूर्व विधायक किशोर समरीते ने कहा कि कलेक्टर ने एसडीएम बैहर, राजस्व और वनविभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर दस हज़ार से ज्यादा सागौन के पेड़ों को काटने की अनुमति दी.
जिसमें से 16 लाख रूपए की सागौन की लकड़ी कलेक्टर ने हैदराबाद में बन रहे अपने घर के लिए भिजवाई है. समरीते का आरोप है कि कलेक्टर के निर्देश पर फर्जी टीपी तैयार कर जिले के बाहर बैहर तहसील से करीब 500 ट्रक जलाऊ लकड़ी को मंडला शिफ्ट किया गया है, जो पूरी तरह से अवैधानिक है.
समरीते की मानें तो इस फर्जीवाड़े में राजस्व और वनविभाग के करीब 200 अधिकारी कर्मचारी शामिल हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरे फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड बालाघाट कलेक्टर और बैहर एसडीएम हैं. जिन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
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