बाघों के साथ सेल्फी लेना चाहते हैं, उनकी सवारी करना चाहते हैं, उनके साथ खेलना चाहते हैं या बाघों को पास से देखना चाहते हैं तो आपको बस थाइलैंड के टाइगर टेम्पल का रुख करना. जहां आप ये सब कर सकते हैं.
थाइलैंड के कंचनबुरी प्रांत में टाइगर टेम्पल स्थित है, जिसके अंदर 150 से ज्यादा बाघ और बौद्ध भिक्षु एक साथ रहते हैं. इस मंदिर में बाघ बिल्कुल आजाद घुमते हैं. बाघ यहां आने वाले पर्यटकों को किसी तरह को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते.
थाइलैंड-बर्मा बॉर्डर के पास स्थित टाइगर टेम्पल को “वात पा लुआंगता बुआ” के नाम से भी जाना जाता है. यह मंदिर बाघों को पसंद करने वाले पर्यटकों को खूब पसंद आ रहा है. बताया जाता है कि इस मंदिर की स्थापना 1994 में हुई थी.
इस मंदिर के नाम के पीछे एक रोचक कहानी है. कहा जाता है कि काफी समय पहले एक ग्रामीण द्वारा एक बाघ का बच्चा यहां लाया गया था. उसकी मां शिकारियों द्वारा मरी जा चुकी थी, लेकिन वह बच्चा ज्यादा दिन जिंदा नहीं रह पाया. उसके बाद इस मंदिर में बाघों के अनाथ बच्चे, ग्रामीणो द्वारा लाए जाने लगे और धीरे-धीरे इस टेम्पल में बाघों की संख्या बढ़ती चली गई और इसका नाम टाइगर टेम्पल पड़ गया.
एक अनुमान के अनुसार वर्तमान में यहां लगभग 150 से ज्यादा बाघ हैं. इन बाघों की बौद्ध भिक्षुओं द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है. टाइगर टेम्पल में आने वाले पर्यटक इन बाघों के साथ खेलते है और फोटो खिचवाते हैं.
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