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दिल्ली-लखनऊ शताब्दी में बम रखे होने की अफवाह, तलाशी में कुछ नहीं मिला

नयी दिल्ली: दिल्ली-कानपुर के बीच चलने वाली ट्रेनों में बम रखे होने की संभावना की सूचना मिलने के बाद दिल्ली-लखनऊ शताब्दी को आज तलाशी के लिए गाजियाबाद में रोक लिया गया जिससे कई ट्रेनों का परिचालन बाधित हुआ। हालांकि तलाशी में इस ट्रेन में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला और फिर यह विलंब से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गई। बम रखे होने की अफवाह पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकी हमले के एक दिन बाद आई।
दिल्ली पुलिस ने आज सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर उत्तर रेलवे को सूचित किया कि लखनऊ शताब्दी में बम रखे होने का अंदेशा है। तब तक ट्रेन अपने निर्धारित समय सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर स्टेशन से रवाना हो चुकी थी। रेल अधिकारियों ने बताया कि शताब्दी को बाद में गाजियाबाद में रोक लिया गया और इसकी गहरी छानबीन की गई। तलाशी में कुछ भी असामान्य न मिलने पर सुबह 7 बजकर 52 मिनट पर ट्रेन को इसके गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया।
दिल्ली मंडल रेल प्रबंधक अरूण अरोड़ा ने कहा, हमें सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर जीआरपी-दिल्ली पुलिस से खबर मिली कि दिल्ली और कानपुर के बीच सुरक्षा खतरे की आशंका है। मिली जानकारी के अनुसार शताब्दी, दूरंतो, राजधानी, वैशाली एक्सप्रेस और नीलांचल एक्सप्रेस जैसी बड़ी ट्रेनों में बम रखे हो सकते हैं। नीलांचल एक्सप्रेस और लखनऊ शताब्दी विलंबित होने वाली ट्रेनों में शामिल हैं। बम रखे होने के खतरे की सूचना मिलने के बाद रेलवे ने दिल्ली मंडल के नयी दिल्ली, निजामुद्दीन, पुरानी दिल्ली और आनंद विहार स्टेशनों सहित सभी बड़े रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा कड़ी कर दी है।
डीसीपी (रेलवे) डी मिलिंद महादेव ने कहा, हमें सुबह के समय रेलवे नियंत्रण कक्ष से सूचना मिली जिसमें कहा गया कि उन्हें दिल्ली-कानपुर के बीच चलने वाली किसी ट्रेन में बम रखे होने की संभावना के बारे में सूचना मिली है। इस पर अधिकारी तुरंत हरकत में आ गए और उक्त मार्ग पर चलने वाली सभी ट्रेनों के संबंध में सभी रेलवे स्टेशनों पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गाजियाबाद स्टेशन पर भी ट्रेनों को रोका गया और अभियान में सैकड़ों अधिकारियों को लगाया गया। जो ट्रेनें सुबह के समय रवाना होने वाली थीं, उनकी छानबीन की गई। 
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