मुंबई। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को वॉलीवुड अभिनेता (ट्रेजेडी किंग) दिलीप कुमार के मुंबई स्थित घर जाकर उन्हें पद्म विभूषण नवाजा। सम्मानित किए जाने के दौरान दिलीप कुमार के साथ मौजूद उनकी पत्नी सायरा बानो भावुक हो गई। इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन और कुछ अन्य को पद्म विभूषण से सम्मानित करने की घोषणा 26 जनवरी, 2015 के मौके पर की गई थी। लेकिन, जब अप्रैल में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विजेताओं को पद्म पुस्कार प्रदान किए तो दिलीप कुमार राष्ट्रपति भवन में आयोजित उस विशेष कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर पाए।
दिलीप कुमार का जन्म पेशावर के किस्सा खवानी बाजार में पठान फल व्यापारी गुलाम सरवर के घर 11 दिसंबर, 1922 को हुआ। उनके वालदायन ने उन्हें मोहम्मद युसूफ नाम दिया। रूपहले पर्दे पर दिलीप कुमार के नाम से वह मुगल-ए-आजम, नया दौर, देवदास, मधुमति, गंगा जमुना, आजाद और लीडर जैसी अपनी क्लासिक फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।
उन्हें 1991 में पद्म भूषण और 1994 में दादा साहब फालके पुरस्कार से नवाजा गया। दिलीप कुमार की अदाकारी आने वाली कई पीढियों के लिए मिसाल बन गई और उनके जैसे हावभाव और अंदाज को सफलता का पैमाना माना गया।
दिलीप कुमार का जन्म पेशावर के किस्सा खवानी बाजार में पठान फल व्यापारी गुलाम सरवर के घर 11 दिसंबर, 1922 को हुआ। उनके वालदायन ने उन्हें मोहम्मद युसूफ नाम दिया। रूपहले पर्दे पर दिलीप कुमार के नाम से वह मुगल-ए-आजम, नया दौर, देवदास, मधुमति, गंगा जमुना, आजाद और लीडर जैसी अपनी क्लासिक फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।
उन्हें 1991 में पद्म भूषण और 1994 में दादा साहब फालके पुरस्कार से नवाजा गया। दिलीप कुमार की अदाकारी आने वाली कई पीढियों के लिए मिसाल बन गई और उनके जैसे हावभाव और अंदाज को सफलता का पैमाना माना गया।
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