लखनऊ. अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए मुस्लिमों को कारसेवा करने की सलाह देने वाले राज्यमंत्री को यूपी सरकार ने बर्खास्त कर दिया है। अखिलेश सरकार में राज्यमंत्री ओमपाल नेहरा ने मुसलमानों से अयोध्या में राम मंदिर और मथुरा में कृष्ण मंदिर बनवाने की अपील की थी।
ओमपाल नेहरा एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के करीबी हैं। वह एंटरटेनमेंट टैक्स डिपार्टमेंट में एडवाइजर थे। डेढ़ महीने पहले ही उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया था। राज्यमंत्री ओमपाल नेहरा ने ये बयान बुधवार को बिजनौर में चौधरी चरण सिंह की जयंती पर आयोजित किसान सम्मान समारोह में दिया था। उन्होंने कहा था, "मुसलमान भाई कारसेवा कर मंदिर बनवाएं। इससे विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) खुद ही खत्म हो जाएगी। अयोध्या में राम मंदिर और मथुरा में कृष्ण मंदिर बनना चाहिए। राम मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो और कहां बनेगा?"
बर्खास्त होने की खबर पर नेहरा ने कहा, "मैं अपने बयान पर कायम हूं। मैंने यह जाहिर तौर पर कहा है कि मुस्लिम समाज के लोगों को अयोध्या मामले का चैप्टर क्लोज करने में मदद करनी चाहिए। मेरे बयान के भाव को समझा जाना चाहिए। लाल बत्ती जाने का मुझे अफसोस नहीं है।"
यूपी के नगर विकास मंत्री आजम खान ने भी अयोध्या मामले पर विवादित बयान दिया है। गुरुवार को उन्होंने कहा, "बाबरी मस्जिद गिरी तो फौज ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। सभी मिले हुए थे।" आजम ने कहा, "अयोध्या में 500 साल पुरानी जो इमारत खुद ही गिरने वाली थी, उसे विश्व हिंदू परिषद ने गिरा दिया।" आजम ने कहा, "6 दिसंबर, 1992 को संसद से कोई बिल पास नहीं हुआ था, न किसी कोर्ट ने इजाजत दी। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का स्टे था। तत्कालीन सीएम ने हलफनामा भी दिया था। इसके बावजूद मस्जिद गिरा दी गई। केंद्र की तत्कालीन नरसिंह राव सरकार ने वहां मंदिर का ढांचा भी बनवाया।"
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