इस्लामाबाद. पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ ने मंत्रियों को हिदायत दी है कि वे भारत के खिलाफ कोई बयान न दें। पीएम ने शुक्रवार को कैबिनेट मेंबर्स से यह बात कही। पाकिस्तान के अखबार 'द नेशन' ने नवाज के एक करीबी के हवाले से यह रिपोर्ट दी है।
पीएम शरीफ ने मंत्रियों के साथ सीनियर अफसरों को भी भारत के खिलाफ सख्त बयान देने से मना किया है। शरीफ ने कहा है कि वे गड़े मुर्दे उखाड़ने की बजाय सिर्फ वही बयान दें, जिनसे बातचीत को बढ़ावा मिले। शरीफ ने करीबी सहयोगियों और कैबिनेट मंत्रियों से शांति-प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए कहा। पीएम नवाज नहीं चाहते कि भारत के साथ शुरू होने वाले कम्पोजिट डायलॉग पर कोई असर न पड़े। इसके लिए हर लेवल पर एहतियात बरतने को कहा गया है। शरीफ ने कहा कि वे भारत के साथ अच्छे रिश्तों को लेकर काफी पॉजिटिव हैं। वह भी भारत की तरह सिर्फ पीओके पर बातचीत चाहते हैं।
बता दें कि भारत ने हाल ही में पीओके पर बातचीत करने की बात कही थी। एक अफसर के मुताबिक, भारत के साथ बातचीत को लेकर सरकार और मिलिट्री के बीच रजामंदी बन गई है।
जनवरी में नवाज शरीफ और पीएम नरेंद्र मोदी की फिर स्विट्जरलैंड में मुलाकात हो सकती है। दोनों नेता दावोस-क्लोस्टर्स में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 46वीं एनुअल मीटिंग में शामिल होने के लिए 20 जनवरी यहां पहुंचेगे।
बता दें कि नवाज शरीफ और नरेंद्र मोदी की पेरिस में मुलाकात हुई थी। उसके बाद बैंकॉक में दोनों देशों के नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर की बैठक के बाद दोनों देशों के रिश्तों में सुधार का रास्ता तैयार हुआ।
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