नई दिल्ली: लगता है बिहार चुनाव में विकास के मुद्दा अब किनारा हो गया है उसके स्थान पर बीफ बड़ा मुद्दा बन गया है। दादरी हत्याकांड के बाद महागठबंधन के नेता बीफ को लेकर लगातार बयान दे रहे हैं। राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने आज (शनिवार) बीफ को लेकर कहा कि पुराने जमाने में ऋषि-मुनि भी बीफ खाते थे।
राजद उम्मीदवार राम विचार राय द्वारा कल नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मुजफ्फरपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए रघुवंश ने कहा, वेदों में लिखा है कि ऋषि-मुनि भी गौमांस खाया करते थे... इस पर अभी (जब चुनाव हो रहे हैं) चर्चा करने की आवश्यक्ता नहीं है। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश ने कहा कि यह वैचारिक बहस का विषय है और चुनाव के समय इस पर बहस की आवश्यक्ता नहीं है। इसपर बाद में भी बहस की जा सकती है। रघुवंश का यह बयान ऐसे समय में आया है जब गौमांस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बीच वाकयुद्ध छिड़ा हुआ है।
रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि बीफ मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है जबकि पुराने जमाने में ऋषि-महर्षि भी बीफ खाते थे। उन्होंने अपनी बात को साबित करने के लिए वेद पुराणों का भी हवाला दिया। हालांकि उन्होंने साथ ही कहा कि यह एक बहस का मुद्दा है, चुनाव प्रचार में सड़क, पानी, बिजली और महिला आरक्षण के मुद्दे पर बात होनी चाहिए। इससे पहले लालू ने कहा था कि हिंदू भी तो बीफ खाते हैं।
रघुवंश के इस बयान पर भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पलटवार में कहा कि आरजेडी का पूरा कुनबा पगला गया है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, नीतीश और लालू जानबूझकर हिंदू को गाली दे रहे हैं। पहले लालू फिर रघुवंश ने हिंदुओं को गौमांस खाने की बात कही। इस मामले पर नीतीश की चुप्पी से साबित होता है कि हिंदू को जबरन गौमांस खिलाया जाएगा। संतों ने भी रघुवंश के बयान का विरोध किया।
0 comments:
Post a Comment