वाशिंगटन :
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ आज जब अमेरिकी थिंक टैंक को संबोधित कर
रहे थे तभी एक प्रदर्शनकारी ने अशांत बलूचिस्तान प्रांत को आजाद करने मांग
की. शरीफ ने यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में जैसे ही अपना संबोधन शुरू किया,
एक प्रदर्शनकारी ने ‘फ्री बलूचिस्तान' की नारेबाजी की. उसने शरीफ को ‘ओसामा
बिन लादेन' का दोस्त भी बताया. फ्री बलूचिस्तान कैम्पेन यूएसए के अहमद
मुस्ती खान ने एक पोस्टर भी ले रखा था जिसमें लिखा था ‘फ्री बलूचिस्तान'.
हालांकि, घटना के बाद उसे सुरक्षा बल सभागार से बाहर ले गए.
पर इस घटना के चलते शरीफ को कुछ देर के
लिए अपना संबोधन रोकना पड गया. शरीफ अमेरिकी की अपनी दूसरी द्विपक्षीय
यात्रा पर हैं. कल उन्होंने राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात कर कई
मुद्दों पर चर्चा की थी. संगठन ने एक बयान में कहा था कि पाकिस्तान के
युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध बलूचिस्तान में लगातार जारी हैं
उधर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ
ने अपने संबोधन में भारत पर अपने हमले जारी रखते हुए चेतावनी दी है कि भारत
के आयुध भंडार और खतरनाक सैन्य सिद्धांत रखने की स्थिति में पाकिस्तान को
विश्वसनीय प्रतिरोधी उपाय अपनाने पडेंगे. शरीफ ने अमेरिकी कांग्रेस के एक
शीर्ष थिंक टैंक यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस (यूएसआईपी) से कहा, ‘‘भारत,
वार्ता से इंकार करके, बडे पैमाने पर हथियार बढाने में लगा हुआ है, अफसोस
है कि यह कई सक्रिय शक्तियों के सहयोग से हो रहा है. इसने कई खतरनाक सैन्य
सिद्धांत अपनाए हैं. यह पाकिस्तान को विश्वसनीय प्रतिरोध रखने के लिए कई
जवाबी उपाय करने के लिए मजबूर करेगा.' शरीफ ने दावा किया कि ढाई साल पहले
सत्ता में आने के बाद भारत के साथ संबंधों को बेहतर करने के लिए उन्होंने
कई गंभीर कोशिशें की हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने नई दिल्ली में शपथ
ग्रहण समारोह में शरीक होने का उनका (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का)
न्योता स्वीकार किया था.' उन्होंने आरोप लगाया कि इससे बनी गति उस वक्त थम
गई जब भारत ने मामूली कारणों को लेकर एनएसए स्तर की वार्ता रद्द कर दी.
शरीफ ने अपने संबोधन में भारत पर उफा में मोदी के साथ बैठक के बाद वार्ता
को मात्र एक आतंकवाद के मुद्दे पर संकुचित करने का आरोप लगाया.
0 comments:
Post a Comment