ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में एक छात्रा ने एक ऐसी चाय पत्ती बनाई है, जिसको पीने से डेंगू का इलाज किया जा सकता है. यहां तक कि रोजाना सेवन करने से डेंगू के मरीज की प्लेटलेट्स में आने वाली कमी को भी रोका जा सकता है.
डेंगू से लगातार हो रही मौतों के बीच जीवाजी विश्वविद्यालय में फूड टेक्नोलॉजी में एमएससी की छात्रा सिमरन शर्मा ने खास रिसर्च की है. रिसर्च के बाद सिमरन ने एक ऐसी विशेष चाय पत्ती बनाई है, जिससे बनी चाय पीने से डेंगू का इलाज संभव है.
सिमरन ने बताया कि उन्होंने कई महीनों की रिसर्च के बाद पपीते की पत्तियों से विशेष चाय पत्ती बनाई है. उनकी मानें तो इस चाय के रोजाना सेवन से डेंगू के मरीज की प्लेटलेट्स कम होना बंद हो जाएंगी. साथ ही रोज दो से तीन हजार प्लेटलेट्स बढ़ने लगेंगी.
जड़ी-बूटियों के मिश्रण से बनी ये चाय एंटी ऑक्सीडेंट और पूरी तरह से सुरक्षित है. इस चाय से कोशिकाएं सुरक्षित बनती हैं जिससे कई बीमारियों से निजात मिलती है. हालांकि, इस चाय को पेट में अल्सर वाले मरीजों को नहीं पिलाना चाहिए.
वहीं आयुर्वेद कॉलेज के प्रोफेसर केएल शर्मा का भी मानना है कि, पपीते की पत्तियों में खास एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं. जिनमें बीमारियों को दूर करने की क्षमता होती है. अगर इनकी पत्तियों का मोचरस, कहरवा पिस्टी मिलाकर उपयोग किया जाए तो ये रोग के लिए रामबाण इलाज साबित हो सकती हैं.
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