....

दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 18 रन से हराया, सीरीज में 2-1 से आगे

राजकोट. क्विंटन डि काक के शतक के बाद मोर्ने मोर्कल की तूफानी गेंदबाजी से दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां भारत को 18 रन से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 की बढ़त बना ली.
बायें हाथ के बल्लेबाज डि काक ने 103 रन की पारी खेलने के अलावा फाफ डु प्लेसिस (60) के साथ तीसरे विकेट के लिए 118 रन भी जोडे जिससे दक्षिण अफ्रीका ने सात विकेट पर 270 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खडा किया. इसके जवाब में मोर्कल (39 रन पर चार विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने भारत कोहली (77), रोहित शर्मा (65) और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (47) की उम्दा पारियों के बावजूद छह विकेट पर 252 रन ही बना सका. कोहली ने रोहित के साथ दूसरे विकेट के लिए 72 और धौनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी भी की लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके.
श्रृंखला का चौथा मैच चेन्नई में 22 अक्तूबर को खेला जाएगा. लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को रोहित और शिखर धवन (13) ने सतर्क शुरुआत दिलाई. इन दोनों को हालांकि पारी के आठवें और जेपी डुमिनी (46 रन पर एक विकेट) के पहले ओवर में जीवनदान मिला. बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर मोर्कल ने रोहित का बेहद आसान कैच टपकाया जबकि डि काक विकेट के पीछे धवन का मुश्किल कैच नहीं लपक पाए.
धवन इस जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाए और मोर्कल की गेंद पर डिविलियर्स को कैच दे बैठे जिससे रोहित के साथ उनकी 41 रन की साझेदारी का अंत हुआ. कोहली इसके बाद अपने पसंदीदा तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और उन्होंने रोहित का अच्छा साथ निभाया. रोहित ने डेल स्टेन पर मिड आफ के उपर से छक्का मारा जबकि कोहली ने डुमिनी पर दो चौके मारे. 
रोहित ने लेग स्पिनर इमरान ताहिर (51 रन पर एक विकेट) पर छक्के के साथ 65 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कागिसो रबादा की गेंद पर एक रन के साथ 22वें ओवर में भारत के रनों का सैकडा पूरा किया.
एबी डिविलियर्स ने इसके बाद डुमिनी को गेंदबाजी में वापसी कराई जिन्होंेने अपनी पहली ही गेंद पर रोहित को लपककर उनकी पारी का अंत किया. रोहित ने 74 गेंद का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के मारे. इंदौर में पिछले मैच में नाबाद 92 रन की पारी खेलकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले धौनी एक बार फिर अच्छी लय में दिखे. उन्होंने स्टेन पर दो चौके मारे जो आज अच्छी लाइन और लेंथ हासिल करने के लिए जूझते दिखे.
सुरेश रैना भी ताहिर की गेंद पर गैरजिम्मेदाराना शाट खेलकर लांग आफ पर डेविड मिलर को आसान कैच देकर खाता खोले बिना पवेलियन लौट गए. मोर्कल ने इसके बाद 46वें ओवर में कोहली और अजिंक्य रहाणे (04) को लगातार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत की जीत की रही सही उम्मीद भी तोड दी. कोहली ने 99 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके जडे.
इससे पहले विकेटकीपर बल्लेबाज डि काक ने 118 गेंद की अपनी पारी में 11 चौके और एक छक्का लगाया. उन्‍होंने 50वां मैच खेलते हुए नौवां शतक जड़ा जबकि भारत के खिलाफ सात मैचों में यह उनका चौथा शतक है. डु प्लेसिस ने 63 गेंद की अपनी पारी में छह चौके मारे. 
दक्षिण अफ्रीका की टीम एक समय बडे स्कोर की ओर बढ़ रही थी लेकिन स्लाग ओवरों से ठीक पहले लगातार तीन ओवर में डि काक सहित तीन विकेट गंवाने से रन गति में विराम लगा. टीम अंतिम 10 ओवर में सिर्फ 60 रन जोड सकी. फरहान बेहरदीन (36 गेंद में नाबाद 33) ने अंत में उपयोगी पारी खेलकर टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया.
टास जीतकर बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने डेविड मिलर (33) को पारी का आगाज करने भेजा जिन्होंने डि काक के साथ 72 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई. दोनों सलामी बल्लेबाजों ने स्वच्छंद होकर बल्लेबाजी की. डि काक ने भुवनेश्वर कुमार पर छक्का भी जड़ा. दोनों ने नौवें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया.
ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (41 रन पर एक विकेट) के गेंदबाजी की कमान संभालने के बाद रन गति में कुछ गिरावट आई. उन्होंने अपने पहले स्पैल में आठ ओवर में 31 रन देकर एक विकेट चटकाया. लेग स्पिनर अमित मिश्रा (10 ओवर में 38 रन पर एक विकेट) ने भी दूसरे छोर से प्रभावी गेंदबाजी की.
हरभजन ने मिलर को शुरु से परेशान किया और अंत में बायें हाथ का यह बल्लेबाज इस आफ स्पिनर की गेंद पर अजिंक्य रहाणे को कैच देकर पवेलियन लौट गया. दक्षिण अफ्रीका ने इसके बाद 87 रन के स्कोर पर हशिम अमला (05) का विकेट भी गंवा दिया जो मिश्रा की लेग ब्रेक को आगे बढकर खेलने की कोशिश में चूक गए और कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने उन्हें स्टंप कर दिया.
पिछले दो मैचों में दो अर्धशतक जडने वाले डु प्लेसिस इसके बाद मैदान पर उतरे जिन्हें तीन जीवनदान मिले जिसमें से एक तीसरे अंपायर सीके नंदन ने दिया. डु प्लेसिस 17 रन के निजी स्कोर पर मोहित शर्मा की गेंद पर डीप में कैच दे बैठे लेकिन तीसरे अंपायर ने संदेह का लाभ बल्लेबाज को देते हुए इसे नोबाल करार दिया. 
तीन रन बाद अक्षर पटेल की गेंद पर सुरेश रैना ने भी डु प्लेसिस का कैच टपकाया जबकि बायें हाथ के इसी स्पिनर की गेंद पर 37वें ओवर में धवन ने उनका कैच छोड़ा. यह बल्लेबाज हालांकि इससे पहले ही अपना लगातार तीसरा अर्धशतक पूरा कर चुका था.

Share on Google Plus

click News India Host

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment