वाशिंगटन:
अमेरिका ने वाशिंगटन और देश के अन्य शहरों के दौरे पर आने वाले पोप
फ्रांसिस पर मंडराते एक खतरे को विफल करने का दावा किया। यह दावा घरेलू सुरक्षा पर बनी सदन की समिति के अध्यक्ष माइकल मैक कॉल ने किया है। हालांकि इस खतरे के संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है।
मैक कॉल ने एबीसी के ‘दिस वीक’ नामक टॉक शो में कहा, "वह एक बेहद सहृदय व्यक्ति हैं। वह लोगों के बीच जाना पसंद करते हैं। लेकिन इसके साथ सुरक्षा का भारी जोखिम भी रहता है। हम पोप के अमेरिका आने पर उनके खिलाफ मंडराने वाले खतरों पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। हमने एक ऐसा विशेष मामला विफल भी किया है।"
मैक कॉल ने कहा, "जैसे-जैसे उनके आने का दिन पास आ रहा है, मुझे लगता है कि हम सभी उनकी सुरक्षा को लेकर बेहद सावधान होंगे।" उन्होंने कहा कि उन्हें इस खतरे की जानकारी अमेरिकी खुफिया सेवा के साथ एक गोपनीय तालमेल के तहत मिली। हालांकि उन्होंने इस खतरे की जानकारी उजागर नहीं की। पोप 22 सितंबर को अमेरिका पहुंच रहे हैं। यहां उन्हें वाशिंगटन, न्यू यॉर्क और फिलाडेल्फिया के दौरे पर जाना है।
मैक कॉल ने एबीसी के ‘दिस वीक’ नामक टॉक शो में कहा, "वह एक बेहद सहृदय व्यक्ति हैं। वह लोगों के बीच जाना पसंद करते हैं। लेकिन इसके साथ सुरक्षा का भारी जोखिम भी रहता है। हम पोप के अमेरिका आने पर उनके खिलाफ मंडराने वाले खतरों पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। हमने एक ऐसा विशेष मामला विफल भी किया है।"
मैक कॉल ने कहा, "जैसे-जैसे उनके आने का दिन पास आ रहा है, मुझे लगता है कि हम सभी उनकी सुरक्षा को लेकर बेहद सावधान होंगे।" उन्होंने कहा कि उन्हें इस खतरे की जानकारी अमेरिकी खुफिया सेवा के साथ एक गोपनीय तालमेल के तहत मिली। हालांकि उन्होंने इस खतरे की जानकारी उजागर नहीं की। पोप 22 सितंबर को अमेरिका पहुंच रहे हैं। यहां उन्हें वाशिंगटन, न्यू यॉर्क और फिलाडेल्फिया के दौरे पर जाना है।
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