जयपुर. गोवर्धन पर्वत की कहानी बेहद रोचक है। यह वही पर्वत है
जिसे भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी एक अंगुली पर उठा लिया था और लोगों की रक्षा
की थी। माना जाता है कि 5000 साल पहले यह पर्वत 30 हजार मीटर ऊंचा हुआ करता
था। अब इसकी ऊंचाई बहुत कम हो गई है। इसके रोज घटने के पीछे भी एक रोचक
कहानी है। कहा जाता है कि पुलस्त्य ऋषि के शाप के कारण यह पर्वत एक मुट्ठी
रोज कम होता जा रहा है।
दो राज्यों में है यह पर्वत
इस पर्वत की प्ररिक्रमा कर लोग भगवान श्रीकृष्ण की अराधना करते हैं। इसकी परिक्रमा के दौरान 7 किमी का हिस्सा राजस्थान में आता है और बाकी का हिस्सा उत्तर प्रदेश में है।
इस पर्वत की प्ररिक्रमा कर लोग भगवान श्रीकृष्ण की अराधना करते हैं। इसकी परिक्रमा के दौरान 7 किमी का हिस्सा राजस्थान में आता है और बाकी का हिस्सा उत्तर प्रदेश में है।
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