प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भोपाल में आयोजित होने वाले विश्व हिन्दी
सम्मेलन के दौरान आतंकी हमला हो सकता है. यह हमला कोई और नहीं बल्कि खंडवा
जेल से फरार तीन आतंकवादी कर सकते हैं. इस बात को लेकर इंटेलिजेंस ब्यूरो
ने अलर्ट जारी कर दिया है.
पीएम मोदी के साथ ही कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वाई कैटेगरी सुरक्षा प्राप्त विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जान को भी खतरा बताया गया है.
वहीं आईबी के अलर्ट के बाद पीएम की सुरक्षा के इंतजाम और बढ़ा दिए गए हैं. हैंडबैग, कैमरे, डिब्बा, पानी की बोतल व अन्य सामान लेकर आए लोगों को हिन्दी सम्मेलन में दाखिल नहीं होने दिया जाएगा.
फरार आतंकवादियों पर है 15-15 लाख का इनाम
अक्टूबर 2013 में खंडवा जेल से फरार आतंकी जाकिर, मेहबूब और अमजद मध्य प्रदेश पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं. एनआईए सूत्रों के मुताबिक, बिजनौर और चेन्नई में हुए ब्लास्ट में इन्हीं आतंकवादियों का हाथ था. इसके अलावा बेंगलुरु आतंकी घटना में भी शक की सूई आतंकियों के इसी समूह पर आकर टिक रही है.
माना जा रहा है कि वह किसी बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहे हैं. एनआईए को काफी समय से इनकी लोकेशन कर्नाटक के हुबली और आसपास के इलाकों में मिल रही थी, लेकिन अब तक ये फरार आतंकवादी गिरफ्त से बाहर हैं.
फरार हुए तीनों आतंकवादियों पर 15-15 लाख का इनाम है. एनआईए ने 10-10 लाख और मध्यप्रदेश पुलिस ने इन पर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया था. मध्यप्रदेश पुलिस ने बीते दो सालों में तमाम प्रयास किए, लेकिन अभी तक एक भी आतंकी का सुराग नहीं लगा.
पीएम मोदी के साथ ही कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और वाई कैटेगरी सुरक्षा प्राप्त विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जान को भी खतरा बताया गया है.
वहीं आईबी के अलर्ट के बाद पीएम की सुरक्षा के इंतजाम और बढ़ा दिए गए हैं. हैंडबैग, कैमरे, डिब्बा, पानी की बोतल व अन्य सामान लेकर आए लोगों को हिन्दी सम्मेलन में दाखिल नहीं होने दिया जाएगा.
फरार आतंकवादियों पर है 15-15 लाख का इनाम
अक्टूबर 2013 में खंडवा जेल से फरार आतंकी जाकिर, मेहबूब और अमजद मध्य प्रदेश पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं. एनआईए सूत्रों के मुताबिक, बिजनौर और चेन्नई में हुए ब्लास्ट में इन्हीं आतंकवादियों का हाथ था. इसके अलावा बेंगलुरु आतंकी घटना में भी शक की सूई आतंकियों के इसी समूह पर आकर टिक रही है.
माना जा रहा है कि वह किसी बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहे हैं. एनआईए को काफी समय से इनकी लोकेशन कर्नाटक के हुबली और आसपास के इलाकों में मिल रही थी, लेकिन अब तक ये फरार आतंकवादी गिरफ्त से बाहर हैं.
फरार हुए तीनों आतंकवादियों पर 15-15 लाख का इनाम है. एनआईए ने 10-10 लाख और मध्यप्रदेश पुलिस ने इन पर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया था. मध्यप्रदेश पुलिस ने बीते दो सालों में तमाम प्रयास किए, लेकिन अभी तक एक भी आतंकी का सुराग नहीं लगा.
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