बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा बहुत जल्द होगी। गृह मंत्रालय ने चुनाव
अयोग के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को लंबी बैठक में राज्य के चुनाव की
तैयारियों के संबंध में विचार विमर्श किया। चुनाव आयोग ने बैठक में संकेत
दिया है कि बिहार में पांच चरणों में चुनाव कराए जा सकते हैं। करीब 50 हजार
अर्धसैन्य बलों को प्रत्येक चरण में सुरक्षा के लिहाज से तैनात किया
जाएगा।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती करने का भरोसा चुनाव आयोग को दिया है। सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर गृहमंत्रालय के साथ बैठक की। गृहसचिव राजीव महर्षि के साथ अन्य अधिकारी बैठक में शामिल हुए। सूत्रों का कहना है कि चुनाव अक्टूबर में हो सकते हैं। तिथियों की घोषणा अगले कुछ दिनों में कर दी जाएगी। गृहमंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि पांच सौ कंपनियों की मांग की गई है। एक कंपनी में अर्धसैन्य बल के करीब सौ जवान होंगे।
अर्धसैन्य बलों के अलावा बिहार पुलिस के जवान भी सुरक्षा ड्यूटी में शामिल होंगे। बिहार के अलग अलग इलाकों की स्थिति के मद्देनजर चुनाव की घोषणा की जाएगी। नक्सल प्रभावित इलाकों व अन्य संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। चुनाव आयोग की टीम ने राज्य के सभी इलाकों की सुरक्षा जरूरतों का फीडबैक लिया है। इसके आधार पर ही जरूरतों का खाका गृह मंत्रालय के सामने दिया गया है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती करने का भरोसा चुनाव आयोग को दिया है। सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर गृहमंत्रालय के साथ बैठक की। गृहसचिव राजीव महर्षि के साथ अन्य अधिकारी बैठक में शामिल हुए। सूत्रों का कहना है कि चुनाव अक्टूबर में हो सकते हैं। तिथियों की घोषणा अगले कुछ दिनों में कर दी जाएगी। गृहमंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि पांच सौ कंपनियों की मांग की गई है। एक कंपनी में अर्धसैन्य बल के करीब सौ जवान होंगे।
अर्धसैन्य बलों के अलावा बिहार पुलिस के जवान भी सुरक्षा ड्यूटी में शामिल होंगे। बिहार के अलग अलग इलाकों की स्थिति के मद्देनजर चुनाव की घोषणा की जाएगी। नक्सल प्रभावित इलाकों व अन्य संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। चुनाव आयोग की टीम ने राज्य के सभी इलाकों की सुरक्षा जरूरतों का फीडबैक लिया है। इसके आधार पर ही जरूरतों का खाका गृह मंत्रालय के सामने दिया गया है।
0 comments:
Post a Comment