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डेविस कप : पेस-बोपन्ना हारे, भारत 1-2 से पिछड़ा

भारत को दिल्ली लॉन टेनिस संघ (डीएलटीए) परिसर में चेक गणराज्य के साथ जारी डेविस कप वर्ल्ड ग्रुप प्लेऑफ मुकाबले के दूसरे दिन शनिवार को युगल मुकाबले में हार मिली। लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना कोई करिश्मा नहीं कर सके, जिसका खामियाजा भारत को 1-2 से पिछड़कर भुगतना पड़ रहा है।

पेस और बोपन्ना की हार के साथ भारत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब भारत को विवा क नम्बर-1 टीम के खिलाफ यह मुकाबला अपने नाम करने और वर्ल्ड ग्रुप में पहुंचने के लिए रविवार को होने वाले दोनों उलट एकल रबर हर हाल में अपने नाम करने होंगे।

बीते सप्ताह स्विस स्टार मार्टिना हिंगिस के साथ अमेरिकी ओपन में मिश्रित युगल खिताब का स्वाद लेकर आए पेस और बोपन्ना और राडेक स्टेपानेक और एडम पावलासेक की जोड़ी ने 7-5, 6-2, 6-2 से हराया। यह मैच दो घंटे नौ मिनट चला।

दिग्गज स्टेपानेक और 20 साल के एडम ने भारी उमस के बीच अपने से ऊंचे वरीय भारतीय जोड़ीदारों को दोयम साबित किया। एडम अपने करियर का दूसरा डेविस कप मैच खेल रहे थे।

पेस तो कुछ हक तक अपने रंग में नजर आए लेकिन बोपन्ना उनका साथ नहीं दे सके। दोनों के बीच कई मौकों पर तालमेल की भी कमी देखी गई। पेस और बोपन्ना को जीतते हुए देखने के लिए बहुत बड़ी संख्या में दर्शकों ने आरके खन्ना स्टेडियम का रुख किया था।

पेस और बोपन्ना ने सात डबल फॉल्ट किए, 48 बेजां गलतियां कीं और बहुत  ही कम विनर्स लगाए। पेस नेट पर अपने स्तर के साथ न्याय नहीं कर सके। साथ-साथ लगातार नहीं खेल रहे होने के कारण दोनों के बीच तालमेल की कमी दिखी, जो ओलम्पिक जैसे आयोजन के लिए भारत के लिए शुभ संकेत नहीं है।

वैसे पेस ने पेस ने कहा कि बोपन्ना के साथ वह पुरुष युगल वर्ग का ओलम्पिक खिताब जीत सकते हैं। पेस ने कहा कि बोपन्ना शानदार खिलाड़ी हैं। मुझे उनमें पूरा विश्वास है और मुझे यह भी विश्वास है कि हम साथ-साथ ओलम्पिक पदक जीत सकते हैं।

टेनिस में ओलम्पिक पदक जीतने वाले पेस भारत के एकमात्र खिलाड़ी हैं। उन्होंने अटलांटा ओलम्पिक-1996 में पुरुष एकल वर्ग का कांस्य पदक जीता था। पेस ने कहा कि यह हमारे खुद पर विश्वास पर निर्भर करता है, क्योंकि हम दोनों अच्छी टेनिस खेलते हैं और शारीरिक रूप से भी फिट हैं। रोहन के रूप में मुझे एक शानदार जोड़ीदार मिला है। उनमें टेनिस कूट-कूट कर भरा हुआ है। मुझे उनकी काबिलियत पर पूरा विश्वास है।

बहरहाल, मुकाबलों के पहले दिन युकी भाम्बरी पहला एकल मैच हार गए थे लेकिन सोमदेव देवबर्मन ने जोरदार खेल दिखाते हुए दूसरा एकल जीत भारत को बराबरी दिलाई थी। अब एक बार फिर पूरा फोकस युकी और सोमदेव पर आ गया है, जो रविवार को उलट एकल मुकाबले खेलेंगे।

विश्व के 125वें वरीयता प्राप्त खिलाड़ी युकी 40वीं वरीयता प्राप्त जिरी वेसेले से भिड़ेंगे। युकी को पहले एकल मैच में 85वें वरीयता प्राप्त लुकास रोसोल ने हराया था। सोमदेव ने वेलेसे को हराया था और अब वह रोसोल की चुनौती का सामना करेंगे।

इस तीन दिवसीय मुकाबले को जीतने वाली टीम को 2016 में वर्ल्ड ग्रुप में खेलने का मौका मिलेगा जबकि हारने वाली टीम को अपने क्षेत्र के ग्रुप-1 में लौटना होगा।
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