DGCA के डंडे के बाद IndiGo ने घटा दी फ्लाइट्स
सरकार और डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एवियशन के निर्देशों के बाद भारत की सबसे बड़ी एयरलाइंस इंडिगो ने अपने घरेलू फ्लाइट ऑपरेशंस में लगभग 10% की कमी कर दी है. इससे 94 रूट पर रोजाना लगभग 130 फ्लाइट कम हो गई थी. यह कदम एक बड़े ऑपरेशनल रुकावट के बाद उठाया गया है. इस वजह से कुछ दिनों में हजारों फ्लाइट कैंसिल हो चुकी हैं. इस वजह से एविएशन अधिकारियों को दखल देना पड़ा.
भारत के सबसे व्यस्त रूट पर कोई असर नहीं
कुल कमी के बावजूद इंडिगो ने अपने सबसे ज्यादा फ्रीक्वेंसी वाले और सबसे ज्यादा मुनाफे वाले रूट को पूरी तरह से सुरक्षित रखा हुआ है. दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-बेंगलुरु और मुंबई-बेंगलुरु जैसे मुख्य रूट पर फ्लाइट की फ्रीक्वेंसी में कोई कटौती नहीं की गई. एविएशन एनालिटिक्स फर्म सिरियम डेटा से पता चलता है कि यह रूट पुरी क्षमता के साथ चल रहे हैं. अकेले दिल्ली-मुंबई सेक्टर पर ही रोजाना 20 तक फ्लाइट चल रही हैं.
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर सबसे ज्यादा कटौती
भारत के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट में से बेंगलुरु को कटौती का सबसे ज्यादा असर झेलना पड़ा. यहां अकेले 29 दिसंबर को ही इंडिगो ने बेंगलुरु में 52 फ्लाइट कम की, 26 डिपार्चर और 26 अराइवल. यह देश में किसी भी एयरपोर्ट पर सबसे बड़ी कटौती है.
बेंगलुरु के बाद हैदराबाद में 34 फ्लाइट कम की गई और चेन्नई में 32 फ्लाइट कम की गई. इसी के साथ कोलकाता और अहमदाबाद में भी काफी कटौती हुई. यहां दोनों जगह से शेड्यूल से 22-22 फ्लाइट हटा दी गई.
दिल्ली और मुंबई काफी हद तक बचे रहे
दिलचस्प बात यह है कि इंडिगो के दो सबसे बड़े हब दिल्ली और मुंबई इस कटौती से लगभग अछूते ही रहे. दिल्ली में कोई फ्लाइट कम नहीं की गई जबकि मुंबई में सिर्फ दो फ्लाइट हटाई गई. मुंबई में एक अराइवल और एक डिपार्चर फ्लाइट हटाई गई. आपको बता दें कि कटौती का एक बड़ा हिस्सा छोटी दूरी के रूट पर भी हुआ. सिर्फ दो रूट चेन्नई-मदुरै और मदुरै-चेन्नई पर सबसे ज्यादा पांच पांच फ्लाइट की कटौती हुई. कुछ रूट पर चार या तीन फ्लाइट कम की गई. इसी के साथ 72 रूट पर सिर्फ एक फ्लाइट कम की गई. इस फेरबदल के तहत इंडिगो ने उस दिन चार रूट्स पर अपनी सर्विस पूरी तरह से बंद कर दी जिनमें गोवा-सूरत, सूरत-गोवा, चेन्नई-दुर्गापुर और दुर्गापुर-चेन्नई शामिल हैं.

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