सीहोर वीआईटी यूनिवर्सिटी पर कार्रवाई ठंडी, सरकार के तेवर पड़े नरम
फाइलों में दबी छात्रों की आवाज
भोपाल। सीहोर स्थित वीआईटी यूनिवर्सिटी मामले में राज्य सरकार माहभर बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। वहीं,विवि प्रबंधन अपने अड़ियल रुख पर कायम है। उसने सरकारी जांच रिपोर्ट को भी नकार दिया है।
सरकार का रुख नरम,कार्रवाई ठंडे बस्ते में
विवि प्रबंधन का जवाब आने के बाद सरकार का रुख नरम है। सूत्रों के मुताबिक,यूनिवर्सिटी प्रबंधन का जवाब आए करीब एक पखवाड़ा गुजरने को है,लेकिन इस मामले में अब तक सिर्फ मंथन का दौर जारी है। सरकार के किसी नतीजे पर नहीं पहुंचने से अफसर भी चुप्पी साधे हुए हैं। कुरेदने पर उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी प्रो.अनिल पाठक ने कहा कि शासनस्तर पर प्रकरण विचाराधीन है। आगे जो निर्देश होंगे उसके अनुसार,विभाग कदम उठाएगा।
जांच रिपोर्ट व नोटिस को किया सिरे से खारिज
वीआईटी यूनिवर्सिटी सरकारी नोटिस को एक पखवाड़े पहले जवाब दे चुकी है। इसमें उसने सरकारी जांच रिपोर्ट व शोकॉज नोटिस को सिरे से खारिज किया। वहीं संस्थान में बीते माह हुई वारदात को अफवाह को वजह बताकर पल्ला झाड़ा।
सरकारी नोटिस को ठहराया गलत
विवि प्रबंधन ने उच्च शिक्षा विभाग की ओर से उसे दिए गए शो—कॉज नोटिस को गलत ठहराया। विवि ने जवाब में कहा कि यह असत्य व अपुष्ट सूचनाओं पर आधारित है,लिहाजा इसे वापस लिया जाए। विवि प्रबंधन ने सुनवाई का अवसर दिए जाने व तथ्यों को स्पष्ट करने का भी आग्रह जवाब में किया।
सरकार का रुख नरम,कार्रवाई ठंडे बस्ते में
विवि प्रबंधन का जवाब आने के बाद सरकार का रुख नरम है। सूत्रों के मुताबिक,यूनिवर्सिटी प्रबंधन का जवाब आए करीब एक पखवाड़ा गुजरने को है,लेकिन इस मामले में अब तक सिर्फ मंथन का दौर जारी है। सरकार के किसी नतीजे पर नहीं पहुंचने से अफसर भी चुप्पी साधे हुए हैं। कुरेदने पर उच्च शिक्षा विभाग के ओएसडी प्रो.अनिल पाठक ने कहा कि शासनस्तर पर प्रकरण विचाराधीन है। आगे जो निर्देश होंगे उसके अनुसार,विभाग कदम उठाएगा।
आयोग की जांच समिति कर चुकी है कड़ी सिफारिश
विवि में हुई घटना को लेकर मप्र निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग
वीआईटी संस्थान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश कर चुका है। दरअसल,वारदात के बाद आयोग ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की थी। इस समिति की रिपोर्ट में भी छात्रों के आरोपों को सही ठहराया व विवि में व्याप्त अव्यवस्था,भयपूर्ण वातावरण व तानाशाही रवैए को उजागर किया। इसके बाद उच्च शिक्षा विभाग की ओर से संस्थान को शोकॉज नोटिस थमाया गया।
छात्रा की मौत के बाद फूटा था छात्रों का गुस्सा
बता दें कि दूषित पानी,भोजन से एक छात्रा की मौत व 35 छात्रों के पीलिया का शिकार होने पर वीआईटी यूनिवर्सिटी के छात्रों ने गत 26 नंवबर को उग्र प्रदर्शन किया था। इस दौरान बलवा,आगजनी व तोड़ुफोड़ की भी घटनाएं हुईं। इससे प्रदेश की देशभर में किरकिरी हुई।

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