....

भारी बारिश से तबाह किसानों के लिए फडणवीस सरकार ने खोला खजाना

 भारी बारिश से तबाह किसानों के लिए फडणवीस सरकार ने खोला खजाना

महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए फडणवीस सरकार ने 31,628 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार की उपस्थिति में आज मंत्रिमंडल की बैठक के बाद राज्य सरकार का अब तक का सबसे बड़ा राहत पैकेज घोषित किया। इसके तहत जिन किसानों की जमीन भारी बारिश के कारण बह गई है, उन्हें प्रति हेक्टेयर 3.47 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।



इन किसानों को प्रति हेक्टेयर 3.50 लाख रुपये का मुआवजा

राज्य सरकार ने क्षतिग्रस्त मकानों, भूमि, खेती और पशुधन के लिए किसानों को मुआवजा देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि जिन किसानों की जमीन पूरी तरह बह गई या बर्बाद हो गई है, उन्हें प्रति हेक्टेयर पर 47 हजार रुपये नकद और मनरेगा के माध्यम से 3 लाख रुपये अतिरिक्त सहायता दी जाएगी। कुल मिलाकर प्रति हेक्टेयर लगभग साढ़े तीन लाख रुपये की मदद प्रभावित किसानों को मिलेगी।


दुधारू पशु की मौत पर किसानों को प्रति पशु 37 हजार रुपये तक की सहायता दी जाएगी। वहीं, कीचड़ और गाद से भर चुकी कुओं की सफाई के लिए 30 हजार रुपये की मदद मिलेगी। कुक्कुट पालन करने वालों को प्रति मुर्गी 100 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।


बारिश और बाढ़ में पूरी तरह से नष्ट या क्षतिग्रस्त घरों को दोबारा बनाने के लिए भी आर्थिक सहायता दी जाएगी। पहाड़ी इलाकों में स्थित घरों के लिए अतिरिक्त 10 हजार रुपये की मदद का प्रावधान किया गया है। छोटे दुकानदारों को 50 हजार रुपये तक की सहायता दी जाएगी। इसके अलावा, प्रभावित विद्यार्थियों को राहत देने के लिए सरकार ने परीक्षा शुल्क में पूरी छूट देने का भी निर्णय लिया है।

दिवाली से पहले खाते में आएंगे पैसे


प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सीएम फडणवीस ने बताया कि राज्य सरकार कोशिश कर रही है कि दिवाली से पहले ही यह राशि प्रभावित किसानों के खातों में जमा कर दी जाए। उन्होंने कहा, परभणी, वाशिम, जालना, यवतमाल, छत्रपति संभाजीनगर, सोलापुर और धाराशिव जैसे जिलों में 50 से 80 प्रतिशत तक फसलें नष्ट हुई हैं। सबसे ज्यादा सोलापुर और धाराशिव में 80 प्रतिशत खेती को क्षति हुई है।

Share on Google Plus

click XYZ

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment