प्रयाग कुंभ में शहर के सेवादार और युवक कर रहे हैं सेवाकार्य
ध्वजा स्थापना के साथ शुरुआत
प्रयाग कुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से होने जा रही है, जो 26 फरवरी तक रहेगा। महाकुंभ में शामिल होने शहर के मंदिरों और आश्रमों की ओर से पंडाल लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही कई सेवादार भी कुंभ में पहुुंचकर भागीदारी निभा रहे हैं। भोपाल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु और सेवादार कुंभ में पहुंचेंगे। इस समय शहर के अलग-अलग मंदिर और आश्रमों के 250 से अधिक संत महंत और सेवादार कुंभ में अपनी सेवा दे रहे हैं।
भंडारे और रुकने की व्यवस्था
प्रयाग कुंभ में लालघाटी गुफा मंदिर की ओर से भी पंडाल लगाया गया है। यह पंडाल महंत रामप्रवेशदास के सान्निध्य में लगाया गया है, जहां नियमित भंडारा चल रहा है, साथ ही लोगों के रूकने की भी व्यवस्था की गई है। गुफा मंदिर के लेखराज शर्मा ने बताया कि इस समय कुंभ में साधु संत और मंदिर के सेवादार सहित 150 से अधिक श्रद्धालु है।
बाल भोग की कर रहे व्यवस्था, 11 को रवाना होंगे : बड़ा उदासीन आश्रम के महंत अनिलानंद ने बताया कि वे चार दिन पहले ही प्रयाग से यहां आए हैं, वहां हजारों की संख्या में साधु संत सहित लोग जुटने लगे हैं। वहां व्यवस्थाएं बेहतर है। हमारे आश्रम की ओर से भी बाल भोग अर्थात नाश्ते की व्यवस्था की गई है, साथ ही श्रद्धालुओं के रूकने की भी व्यवस्था है।
पंचायती अखाड़ा नया उदासीन अखाड़ा मरघटिया महावीर मंदिर की ओर से भी कुंभ में पंडाल लगाया गया है। प्रयाग में बुधवार को धर्म ध्वजा के साथ शुरुआत की गई। अखाड़े के महंत कन्हैयादास ने बताया कि 10 जनवरी को अखाड़े का प्रवेश होगा, हमारा अखाड़ा वसंत पंचमी तक रहेगा। अभी यहां 50 से अधिक सेवादार सेवा दे रहे हैं। पंडाल में यात्रियों के रूकने, खाने की व्यवस्था की जा रही है।
0 comments:
Post a Comment