....

एमपी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के लिए कई नामों पर चर्चा तेज

 एमपी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के लिए कई नामों पर चर्चा तेज

मध्यप्रदेश में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के नामों पर चर्चा तेजी से चल रही है। क्योंकि जिला अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया अब लगभग पूरी हो चुकी है। माना जा रहा है कि पहली सूची में 60 फीसदी से ज्यादा जिलों के अध्यक्ष घोषित कर दिए जाएंगे। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी। प्रदेशाध्यक्ष के लिए दो नामों पर चर्चा तेजी से चल रही है।


भाजपा अध्यक्ष पद के दावेदारों में एक वीडी शर्मा भी हैं। पार्टी का एक धड़ा तो यहां तक मानकर चल रहा है कि अभी केंद्र में मंत्रिमंडल का विस्तार संभव नहीं है। इस वजह से इस बात से बिल्कुल भी इंकार नहीं किया जा सकता कि वीडी शर्मा को फिर से रिपीट नहीं किया जाएगा। इधर, पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और अर्चना चिटनीस पूरी जोर अजमाइश में लगे हुए हैं।

ब्राह्मण खेमे से इन नामों पर चर्चा तेज

अगर ब्राह्मण कार्ड पर दोबारा भाजपा दांव खेलती है तो पूर्व पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम पहले नंबर पर है। वह गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। ऐसे ही दूसरा नाम विंध्य से है। राजेंद्र शुक्ल रीवा से पांचवी बार के विधायक हैं। उनकी बघेलखंड और बुंदेलखंड में अच्छी पकड़ मानी जाती है। महिला वर्ग पर अगर भाजपा कार्ड खेलती है तो इसमें सबसे पहला नाम और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस का है। जो कि ब्राह्मण वर्ग से आती हैं।

क्षत्रिय वर्ग से कौन हैं दावेदार

अगर इतिहास में पीछे मुड़कर देखा जाए तो 2006 से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ब्राह्मण और ठाकुर ही बनते आए हैं। ऐसे में प्रबल संभवनाएं फिर दिख रही है कि इतिहास को दोहराया जा सकता है। पहला नाम पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया का चल रहा है। जो कि संगठन मंत्री भी रह चुके हैं। पन्ना से विधायक बृजेंद्र सिंह भी मजबूत दावेदारों में से एक माने जा रहे हैं क्योंकि इनका नाम खुद वीडी शर्मा और नरेंद्र सिंह तोमर ने बढ़ाया है। महिला वर्ग से सीमा सिंह जादौन की बात करें तो वह शिवराज सिंह चौहान की करीबी मानी जाती हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल का नाम भी ऊपर चल रहा है। वह संघ के करीबी होने के साथ-साथ वैश्य वर्ग से आते हैं।

आदिवासी वर्ग से ये नाम

प्रदेश अध्यक्ष के लिए आदिवासी वर्ग को अगर प्राथमिकता दी जाती है तो मंडल सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के हाथों में कमान थमाई जा सकती है। ऐसे ही सुमेर सिंह सोलंकी भी रेस में शामिल हैं। महिला वर्ग से शहडोल सांसद हिमाद्री सिंह दावेदारों में सबसे कम उम्र हैं।

Share on Google Plus

click vishvas shukla

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment