....

कबड्डी हमारी मिट्टी से जुड़ा हुआ खेल है – प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत


 लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल और स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में 17 वर्षीय बालक और बालिका आयु वर्ग में 5 दिवसीय 68वीं राष्ट्रीय शालेय कबड्डी प्रतियोगिता-2024 का शुभारंभ शनिवार को नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा हुआ। शुभारंभ मौके पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग और नरसिंहपुर जिले के प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, सांसद दर्शन सिंह चौधरी और विधायक महेन्द्र नागेश भी मौजूद रहे।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री राजपूत ने कहा कि मैंने ऐसा बहुत कम देखा है, जब राष्ट्रीय स्तर के खेलों की प्रतियोगिता छोटी जगहों पर हो रही हो। अक्सर यह प्रतियोगिता महानगरों में आयोजित होती रही है। नेशनल लेवल की प्रतियोगिता की यह ज़िम्मेदारी गाडरवारा शहर को मिली है। अब हमारा भी फ़र्ज़ है कि देशभर से आये खिलाड़ियों का स्वागत एवं उत्साहवर्धन करें। मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि हमारे पारंपरिक खेल कबड्डी की भी अपनी पहचान है। हिंदुस्तान के गांव-गांव में कबड्डी खेली जाती हैं। यह खेल हमारी मिट्टी से जुड़ा है। राज्य सरकार परंपरागत खेलों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है।


स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि गाडरवारा के लिए यह ऐतिहासिक पल है। किसी देश में जिस तरह ओलंपिक, एशियन गेम्स या अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए तैयारी की जाती है, ठीक उसी तरह राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए भी तैयारियाँ करनी पड़ती है। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन होना नरसिंहपुर ज़िले और गाडरवारा नगर के लिये गौरव और गरिमा की बात है। गाडरवारा में आज देश के चारों ओर से खिलाड़ी आये हैं। इन खिलाड़ियों के आने से अतुल्य भारत की झलक देखने को मिलती है।


 राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर के सभी मान्यता प्राप्त प्रदेशों (इकाइयों) के कुल 34 टीमें और 770 खिलाड़ी बालक-बालिकाएँ शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना से की गई। इस मौके पर स्कूली बच्चों ने राष्ट्रीय एकता और देश की विभिन्न संस्कृतियों पर केन्द्रित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।



Share on Google Plus

click newsroom

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment